आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अंबेडकर जयंती पर बाबा साहब वाहिनी का गठन करने की घोषणा की है। अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर कांग्रेस तथा बसपा के कई नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इसी दौरान उन्होंने अंबेडकर जयंती पर समाजवादी पार्टी की बाबा साहब वाहिनी के गठन का संकल्प लिया।
सपा मुखिया ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर पूरे प्रदेश, देश और जिलों में सपा की बाबा साहेब वाहिनी के गठन का ऐलान करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी अब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों पर सक्रिय करेगी और प्रदेश में बाबा साहब वाहिनी का गठन करेगी।
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सपा मुख्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में अखिलेश से दलित दीवाली के नाम को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नाम में क्या रखा है, नाम तो कोई भी हो सकता है, आंबेडकर दीवाली, संविधान दीवाली, समता दिवस-नाम कुछ भी रखा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया और बाबा साहब ने मिलकर काम करने का संकल्प लिया था और अगर सपा आंबेडकर के अनुयायियों को गले लगा रही है तो भाजपा और कांग्रेस को तकलीफ क्या है।
…चक्रव्यूह में फंसा दिया
वही सपा सुप्रीमो ने कोरोना महामारी को लेकर योगी सरकार की व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा, प्रदेश में आज न जाने कितने लोग तकलीफ और परेशानी में हैं। रात से लेकर सुबह तक लगातार लोग परेशानी में हैं और जो जानकारी मिल रही है कि वैश्विक महामारी ने एक बार फिर हम सबको घेर लिया है और ऐसे चक्रव्यूह में फंसा दिया, जिससे बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।
अस्पतालों में नहीं है दवाइयां
अखिलेश ने आरोप लगाया कि यूपी के अस्पतालों में दवाइयां नहीं है, अस्पतालों में भर्ती नहीं हो सकते, जो बहुत जरूरत की दवाई है वह पर्याप्त नहीं है, कोरोना की जांच नहीं हो पा रही हैं और जो जांच हो रही हैं तो जिस समय उनकी रिपोर्ट आनी चाहिए उसमें भी देरी हो रही।
टीका लगाने के बाद भी लोग हो रहे बीमार
टीका लगाने के बाद भी लोग इस बीमारी से बीमार हो रहे हैं। उन्होंने सवाल किया, अगर लखनऊ के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों के लोग भी ऐसी बीमारी से तकलीफ में चले जाएंगे तो आखिर आम जनता का उपचार कौन करेगा। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि अस्पतालों की दुर्दशा इसलिए है, क्योंकि सरकार ने कोई तैयारी नहीं की। सरकार सिर्फ अपनी वाहवाही में लगी हुई है। बीमारी खत्म हो जाती तो वाहवाही करते तो ठीक था, लेकिन बीमारी को छिपाकर, आंकड़ों को छिपाकर अपनी वाहवाही की खुशी मना रहे हैं।’’
भाजपा उत्सव और प्रचार से ही चला रही सरकार
वहीं राज्य सरकार द्वारा आंबेडकर जयंती तक ‘टीका उत्सव’ मनाये जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ये (भाजपा) उत्सव और प्रचार से ही सरकार चला रहे हैं। सरकार उत्सव मना रही है तो सवालों पर इनके पास जवाब क्या है, आज जरूरतमंद को दवाई और अस्पताल में बिस्तर नहीं है तो सरकार ने क्या इंतजाम किया है।
कोरोना के नाम पर लगा रेबीज का टीका
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, ‘‘सरकार का इंतजाम यही है कि कोरोना टीके के नाम पर तीन महिलाओं को रेबीज का टीका लगा दिया।’’ साथ ही अखिलेश ने आरोप लगाया कि कोरोना के नाम पर राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।