आरयू ब्यूरो,लखनऊ। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू के नेतृत्व में सात सदस्यीय दल शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ज्ञापन देने पहुंचा। जहां राज्यपाल के नहीं मिलने पर अजय लल्लू ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज राज्यपाल ने भाजपा नेता के रूप में व्यवहार कर राज्य के संवैधानिक प्रमुख के पद की मर्यादा को तार-तार करने के साथ लोकतंत्र का घोर अपमान किया है। लोकतंत्र के लिए आज काला दिन है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि दो दिन पहले राज्यपाल ने मिलने का समय दिया था, उसके बावजूद भी उन्होंने आज मुलाकात नहीं की। करीब 40 मिनट तक हम और हमारे अन्य पदाधिकारी गेट पर खड़े रहे। विरोध करने पर राज्यपाल के एडीसी ने आकर हमारा ज्ञापन लिया।
वहीं कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 22 करोड़ आबादी वाले राज्य के कुल 34 लाख लोगों को डबल डोज दिया गया है। इस गति से तो सभी को वैक्सीन देने में लगभग 13 वर्ष लगेंगे।
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वर्तमान में समय में सरकार की वैक्सीनेशन नीति के कारण संकट भयावह रूप लेता जा रहा है। ऐसे में कोरोना नियंत्रण में सरकार की भूमिका मात्र अपनी पीठ स्वयं थपथपाने तक सीमित है। उन्होंने कहा कि पूरे देश मे बिहार के बाद सबसे कम वैक्सीनेशन यूपी में हुआ है और राज्य की योगी सरकार झूठे दावे कर प्रदेश को धोखा दे रही है।
प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा कि प्रदेश की 22 करोड़ जनता के लिये कुल 1500 वैक्सिनेशन सेंटर ही सरकार ने बना रखे हैं। इनमें भी वैक्सीन न होने के कारण बहुत से सेंटर पर वैक्सीनेशन नही होने की जानकारी लगातार आती रहती है। वही राज्य में इंटरनेट व डॉक्युमेंट्स से वंचित लोगो के लिये वैक्सीन की कोई व्यवस्था नहीं है। शहरी इलाकों में 80 प्रतिशत व ग्रामीण इलाकों में कुल 22 प्रतिशत लोगो की इंटरनेट तक पहुंच है। ऐसे में कैसे होगा वैक्सीनेशन ? उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि सरकार बताये वह कोरोना संक्रमण से कितने दिनों में जनता को बचा पाएगी?
प्रेसवार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत अन्य नेताओं ने भी योगी सरकार पर सवाल उठाएं।