आरयू इंटरनेशनल डेस्क। अफगानिस्तान पर तालिबान के पूरी तरह कब्जे से ठीक पहले देश छोड़कर भागने वाले राष्ट्रपति अशरफ गनी के ठिकानों को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया है।
बुधवार को खुद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार ने जानकारी सार्वजनिक की है कि अशरफ गनी उनके यहां हैं। इस बात की जानकारी सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी एसोसिएट प्रेस (एपी) को दी है।
इस बारे में यूएई का कहना है कि उसने “मानवीय विचारों” को देखते हुए अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके परिवार को स्वीकार कर लिया है।
यह भी पढ़ें- तालिबान के हमले के बीच अफगानिस्तान से बोले राष्ट्रपति अशरफ गनी, 20 सालों की उपलब्धियों को नहीं जाने देंगे बेकार
हालांकि यूएई की सरकारी डब्ल्यूएएम समाचार एजेंसी द्वारा बुधवार को दिए गए बयान में यह नहीं बताया गया कि गनी देश में कहां है। इसने एक वाक्य के बयान में देश के विदेश मंत्रालय का हवाला दिया है। लेकिन, ये बताया जा रहा है कि अशरफ गनी अबू धाबी में हैं।
अशरफ गनी को कुछ पैसा छोड़कर ही जाना पड़ा
वहीं इससे पहले रूसी न्यूज एजेंसी रिया और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से एजेंसी ने कहा था कि अशरफ गनी को कुछ पैसा छोड़कर ही जाना पड़ा, क्योंकि वह उसे रख नहीं पा रहे थे। काबुल में रूसी दूतावास के प्रवक्ता निकिता इंशचेन्को ने कहा, ‘चार कारें कैश से भरी हुई थीं। उसके बाद उन्होंने कुछ रकम हेलिकॉप्टर में रखी। इसके बाद भी वह पूरा पैसा नहीं रख पाए और कुछ पैसे यूं ही छोड़कर निकल गए।’
यह भी पढ़ें- अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद बिगड़े हालात, आज काबुल नहीं जाएगी एयर इंडिया की फ्लाइट, एयरपोर्ट पर फायरिंग में पांच की मौत
इससे पहले रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि जब गनी ओमान पहुंचे तो उन्हें ताजिकिस्तान और कजाकिस्तान ने अपने देश में आने की अनुमति नहीं दी। कहा जा रहा है कि वह ओमान होते हुए अमेरिका निकलने की तैयारी में थे। अफगानिस्तान से निकलने से ठीक पहले फेसबुक पर लिखी एक लंबी पोस्ट में अशरफ गनी ने कहा था कि वह देश में खून-खराबे को रोकने के लिए ऐसा कर रहे हैं। यदि वह यहां बने रहेंगे तो उनके समर्थक भी सड़कों पर आएंगे और तालिबान के हिंसक रवैये के चलते खून-खराबा होगा।
यह भी पढ़ें- बाइडेन ने ठहराया अफगानिस्तान की स्थिति के लिए उसके नेता को जिम्मेदार, तालिबान को दी चेतावनी, नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी कहीं ये बातें
वहीं टोलो न्यूज की जानकारी दी कि तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य अनस हक्कानी ने आज काबुल में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और अब्दुल्ला से मुलाकात की।