आरयू ब्यूरो, लखनऊ। जनसंख्या नियंत्रण बिल को लेकर योगी सरकार के फैसले को लेकर जहां राजनीतिक पर्टियों से लेकर सोशल मीडिया पर करीब हफ्तेभर से लोग विरोध के स्वर बुलंद कर रहें हैं। वहीं मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार के इस फैसले के खिलाफ सवाल उठाते हुए विरोध दर्ज कराया है। मायावती ने भी योगी सरकार के फैसले को अगामी यूपी विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए इसे इशारों में न सिर्फ चुनावी स्टंट करार दिया है, बल्कि यह भी कहा है कि अगर सरकार इस बिल को लेकर गंभीर होती तो यह काम उसी समय शुरू कर देती, जब वह अस्तिव में आयी थी। इसके साथ ही मायावती ने आज बीजेपी के बहाने कांग्रेस पर भी निशाना साधा है।
मंगलवार को मायावती ने इस बारे में तीन ट्विट किए हैं। अपने पहले ट्विट में मायावती ने कहा कि यूपी की भाजपा सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण हेतु लाया जा रहा नया बिल, इसके गुण-दोष से अधिक इस राष्ट्रीय चिन्ता के प्रति गंभीरता व इसकी टाइमिंग को लेकर सरकार की नीति व नीयत दोनों पर शक व सवाल खड़े कर रहा है, क्योंकि लोगों को इसमें गंभीरता कम व चुनावी स्वार्थ ज्यादा लग रहा है।
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साथ ही बसपा सुप्रीमो ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर जनसंख्या नियंत्रण को लेकर यूपी की भाजपा सरकार थोड़ी भी गंभीर होती तो यह काम सरकार को तब ही शुरू कर देना चाहिये था जब बीजेपी की सरकार बनी थी और फिर इस बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करती तो अब विधानसभा चुनाव के समय तक इसके नतीजे भी मिल सकते थे।
वहीं अपने अंतिम ट्विट में मायावती मायावती ने भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि यूपी व देश की जनसंख्या को जागरूक, शिक्षित व रोजगार युक्त बनाकर उसे देश की शक्ति व सम्मान में बदलने में विफलता के कारण भाजपा अब कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही जोर-जबरदस्ती व अधिकतर परिवारों को दण्डित करके जनसंख्या पर नियंत्रण करना चाहती है जो जनता की नजर में घोर अनुचित।