आरयू वेब टीम।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मिशन शक्ति का श्रेय लेने और सेना के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति का काम मनमोहन सिंह के समय हुआ, लेकिन इलेक्शन की वजह से मोदी उसका श्रेय लेने आ गए। वहीं पुलवामा हमले को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए फारूक ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कितने सिपाही हिंदुस्तान के शहीद हुए क्या कभी मोदी जी वहां गए, उन पर फूल चढ़ाने के लिए? मगर वो 40 लोग सीआरपीएफ के शहीद हो गए, उसका भी मुझे शक है।
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वहीं मिशन शक्ति के बाद देश के नाम मोदी के संबोधन पर बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘वो मिसाइल जो मारने के लिए छोड़ा, वो मनमोहन सिंह ने तैयार कराया था, लेकिन कभी उसका ढोल नहीं पीटा। इलेक्शन था तो मोदी जी ने ये दिखाने के लिए कि हनुमान जी तशरीफ लाए हैं, उसने बटन दबाया। एक बटन गलत दब गया और हेलीकॉप्टर गिर गया, हमारे छह जवान शहीद हो गए।
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बता दें कि बीते माह भारत-पाक की वायु सेना की झड़प के दौरान भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर गिरा था, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि वो भारतीय मिसाइल से ही गिरा था। कुछ दिन पहले फारूक अब्दुल्ला ने एयर स्ट्राइक को लेकर यह बयान दिया था कि हमें हमेशा से पता था कि पाकिस्तान के साथ युद्ध के साथ छोटी लड़ाई हो सकती है, लेकिन एयर स्ट्राइक इसलिए हुई क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। हमने करोड़ों की लागत का एक एयरक्राफ्ट खो दिया। शुक्र है कि पायलट विंग कमांडर अभिनंदन सुरक्षित बच गए और सकुशल स्वदेश लौट आए।
बता दें जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के लिए एनसी और कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में छह लोकसभा सीटों के लिए पांच चरणों में मतदान होने हैं। फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से वह 2014 का चुनाव हार गए थे, लेकिन इसके बाद 2017 में हुए उपचुनाव में वह जीते थे।