69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती: अभ्‍यर्थी ने फांसी लगाकर दी जान, घर में मचा कोहराम

हत्‍या कर सुसाइड
प्रतीकात्‍मक फोटो।

आरयू संवाददाता, 

पीजीआइ। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती को जहां रद्द करने की मांग उठ रही है। दूसरी राजधानी लखनऊ में भी एक अभ्‍यर्थी ने फांसी लगाकर जान दे दी है। पीजीआइ के पाठकपुरम कॉलोनी निवासी अभ्‍यर्थी आंसर की जारी होने के बाद से काफी परेशान था, बीती रात उसके सुसाइड करने के बाद परिजनों में कोहराम मचा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घरवालों के अनुरोध पर लिखा-पढ़ी कर शव को उनके हवाले कर दिया।

पीजीआइ पुलिस के मुताबिक मूल रूप से प्रतापगढ़ के अजीतनगर निवासी राम बहाल मौर्या पाठकपुरम कॉलोनी में परिवार के साथ रहते हैं। उनका बड़ा बेटा अमेरिका में साइंटिस्‍ट है, जबकि दूसरे नंबर का बेटा एक निजी कंपनी में कर्मचारी है।

यह भी पढ़ें- चुनाव से पहले युवाओं की नाराजगी दूर करने को डेढ़ महीने में योगी सरकार करेगी 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती

वहीं सबसे छोटा बेटा आलोक कुमार (29) ने बीटीसी करने के बाद बीते रविवार को सहायक शिक्षक भर्ती की परीक्षा दी थी। मंगलवार को आंसर की देखने के बाद उसे पता चला कि उसके नंबर कुछ कम हैं, जिसके बाद से आलोक काफी परेशान था।

यह भी पढ़ें- सहायक शिक्षक भर्ती: शिक्षामित्र व उसकी जगह परीक्षा दे रहे सॉल्‍वर सहित चार गिरफ्तार, एक लाख रुपए दिए थे एडवांस

मंगलवार की रात आलोक इसी परेशानी की बीच बिना खाना खाए अपने कमरे में सोने चला गया। आज सुबह जब काफी आवाज देने पर भी आलोक केे दरवाजा नहीं खोलने पर परिजनों ने खिड़की का शीशा तोड़कर अंदर देखा तो घर में रोना-पीटना मच गया। कमरे में दरवाजे के परदे से बनाए फंदे के सहारे आलोक की लाश लटक रही थी।

यह भी पढ़ें- सहायक शिक्षक भर्ती: सरगना सिपाही व युवती समेत सॉल्‍वर गैंग के सात सदस्‍य व दो अभ्‍यर्थियों को STF ने दबोचा, जानें पूरा मामला

रोते-बिलखते परिजनों का बस यही कहना था कि आलोक का पूरा जीवन अभी बाकी था, इतनी सी बात पर जान देने की क्‍या जरूरत थी। अपने बारे में न सही कम से कम घरवालों के ही बारे में एक बार उसने सोच लिया होता।

यह भी पढ़ें- यूपी में फिर दी शिक्षामित्र ने जान, सुसाइड नोट में शिक्षा विभाग को बताया मौत का जिम्‍मेदार, अधिकारियों पर लगाए संगीन आरोप

वहीं पिता की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर परिजनों को सौंप दिया। इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ ने बताया कि आलोक तीन भाईयों में सबसे छोटा होने के साथ ही अविवाहित भी था। घरवालों के अनुरोध पर बिना पोस्‍टमॉर्टम कराए पुलिस ने शव को उनके सुपुर्द कर दिया है।

पेपर लीक की बात पर उठ रही भर्ती रद्द करने की मांग

बताते चलें कि हाई कटऑफ के चलते जहां कांग्रेस योगी सरकार पर हमला बोलते हुए इसे कम करने की मांग उठा चुकी है। दूसरी ओर परीक्षा में धांधली और पेपर लीक होने की बात कहते हुए अभ्‍यर्थी भी भर्ती रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

कोर्ट का भी मजबूरी में रूख कर रहें अभ्‍यर्थी

कुछ अभ्‍यर्थियों के 60-65 के कटऑफ के विरोध में कोर्ट जाने की भी बात सामने आ रही है, जबकि हाई कटऑफ के चलते लखीमपुर खीरी समेत प्रदेश के अन्‍य जिलों से भी अभ्‍यर्थियों के जान देने की भी खबर आ चुकी है।

यह भी पढ़ें- सहायक शिक्षक भर्ती: कटऑफ को कांग्रेस ने बताया युवाओं के साथ धोखा, शिक्षामित्रों का साथ देने का भी किया ऐलान