आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वामी विवेकानंद जयंती पर उन्हें नमन किया। साथ ही कहा कि, “हम संकल्प लें कि जो रास्ता हमें स्वामी विवेकानंद जी ने दिखाया था, हम उस पर चले और उस पर चलकर ही समाज का भला हो सकता है।” इस दौरान अखिलेश ने इन्वेस्टर समिट को जनता के साथ बताते हुए योगी सरकार से पूछा है कि पहले के कितने एमओयू अबतक जमीन पर उतरे हैं।
आज सपा के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने यूपी में निवेश, गंगा सफाई, ट्विटर विवाद समेत कई मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा। इस दौरान सपा प्रमुख ने योगी सरकार के इन्वेस्टर समिट के जरिए निवेश के दावों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, “सरकार को बताना चाहिए कि पहले जो निवेश आया था उसमें कितना पैसा जमीन पर उतरा है? सरकार जहां निवेश की बात कर रही है, वहां पहले ये बताए कि जो इन्होंने एमओयू साइन किए थे, उनका क्या रहा? कितने एमओयू जमीन पर उतरे?” “ये सिर्फ जनता को धोखा देना है। चुनाव की तैयारी है। सरकार बताए कि इनसे कितना रोजगार पैदा होगा? चमक-धमक है, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं है।”
सपा सुप्रीमो ने कहा कि, “अखबारों में पढ़ने को मिलता है तो पता चलता है की मां गंगा अभी तक साफ नहीं हुई हैं। करोड़ों रुपए लगाए गए, लेकिन मां गंगा साफ नहीं हुईं। हमारा भी तरीका था की गोमती को साफ करें। सरकार को बताना चाहिए की यहां की सुंदरता क्यों खत्म कर दी।”
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साथ ही अखिलेश ने कहा कि, “भाजपा टूरिज्म और पैसा कमाने का काम कर रही है। क्या सुविधाएं सिर्फ उद्योगपतियों को दी जाएगी? सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि काशी में सरकार जो भी कर रही है उससे निषाद समाज के लोगों को क्या लाभ मिलेगा?
वहीं सोशल मीडिया विवाद पर प्रेसवार्ता में अखिलेश ने कहा कि, “गलती दोनो तरफ से हुई थी? तो हमने अपनी टीम बदल दी, लेकिन “भाजपा जब मुकाबला नहीं कर पाती है, जब ये उत्तर नहीं दे पाते हैं तो भाजपा पुलिस को आगे कर देती है। हमने अभी तक जितनी भी तहरीर दी हैं उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। भाजपा पुलिस को चला रही है। भाजपा और उनके लोगों को सभ्य भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए।