आरयू वेब टीम।
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले कि सुनवाई टलने के बाद भाजपा ने कांग्रेस और लेफ्ट पर जमकर हमला बोला है।भाजपा प्रवक्ता डॉ. विजय सोनकर शास्त्री कहा कि राम मंदिर के भव्य निर्माण का प्रकरण कितना गंभीर है, इसे न तो पहले की सरकारों ने माना और ना ही न्यायालय ने। कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए शास्त्री ने कहा कि उन्होंने तो राम के आस्तित्व से ही इंकार कर दिया था। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे वरीयता में नहीं माना है।
भाजपा प्रवक्ता आरोप लगाते हुए बोले कि वामपंथी इतिहासकारों ने तो इस संदर्भ में देश को गुमराह ही किया है। यदि पूर्व की सरकारों, न्यायालयों, इतिहासकारों एवं कुछ तथाकथित राजनितिक दलों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया होता तो गत तीन-चार शताब्दियों के भीषण नरसंहार को रोका जा सकता था और करोड़ों-करोड़ हिन्दुओं की जनभावनाओं को समझा और उसका सम्मान किया जा सकता था।
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मालूम हो कि अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मालिकाना हक विवाद मामले की सुनवाई करने वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ के सदस्य न्यायमूर्ति यूयू ललित ने गुरुवार को खुद को सुनवाई से अलग कर लिया। जिसके बाद बाद उच्चतम न्यायालय ने एक नई पीठ के समक्ष मामले की सुनवाई करने के लिए 29 जनवरी तक मामले को टाल दिया है।
राम मंदिर के भव्य निर्माण का प्रकरण कितना गंभीर है, इसे न तो पहले की सरकारों ने माना और ना ही न्यायालय ने।
कांग्रेस की सरकारों ने तो राम के आस्तित्व से ही इनकार कर दिया था। और सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे बरियता में भी नहीं माना है। वामपंथी इतिहासकारों ने देश को गुमराह ही किया है ।
— Dr Bizay Sonkar Shastri मोदी का परिवार (@BizayShastriBJP) January 10, 2019
यदि पूर्व की सरकारों, न्यायालयों, इतिहासकारों एवं कुछ तथाकथित राजनितिक दलों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया होता तो गत तीन-चार शताब्दीयों के भीषण नरसंहार को रोका जा सकता था और करोड़ों करोड़ हिन्दुओं के जनभावनाओं को समझा और उसका सम्मान किया जा सकता था ।
— Dr Bizay Sonkar Shastri मोदी का परिवार (@BizayShastriBJP) January 10, 2019