आरयू ब्यूरो, लखनऊ/रामपुर। बसपा सुप्रीमो मायावती के गठबंधन तोड़ने के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने पलटवार किया है। आजम ने कहा कि अगर वो अकेले चुनाव लड़ने की बात कह रही हैं, तो हम क्या कर सकते हैं। जब समझौता हुआ तब दोनों की राय से हुआ था, मशवरे से हुआ था। नफा और नुकसान सोच के हुआ था।
आजम खान ने कहा कि वैसे भी सियासत में कभी नुकसान तो कभी नफा होता रहता है। साथ ही मायावती के मुस्लिमों को टिकट देने वाले बयान पर सपा नेता ने कहा कि मायावती ने ये बहुत हल्की बात कह दी है। मेरा ख्याल है कि मायावती को इतनी हल्की बात नहीं कहनी चाहिए थी। डिंपल यादव के सार्वजनिक मंच पर मायावती के पैर छूने पर आजम खान ने कहा कि ये तो संस्कारों की बात है।
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दरअसल मायावती ने अपने ताजा बयान में गठबंधन टूटने का ठीकरा एक बार फिर समाजवादी पार्टी के सिर फोड़ा था। इसके साथ उन्होंने ऐलान किया कि बसपा अब आगे के सभी छोटे-बड़े चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करते हुए अकेले चुनाव लड़ेगी।
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मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘वैसे भी जगजाहिर है कि सपा से सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी और दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरुद्ध कार्यों और बिगड़ी कानून-व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया।