आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हेट स्पीच मामले में सपा के संस्थापक सदस्य आजम खान को तीन साल की सजा होने व उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त होने के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने शनिवार को कहा है कि भाजपा जब से सत्ता में आई है, तब से लेकर अब तक उसकी विपक्ष के प्रति बदले की कार्रवाईयां थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं।
आए दिन विपक्ष के नेताओं की प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने का सिलसिला जारी है। सपा के नेताओं के प्रति भाजपा का रवैया दुश्मनों जैसा है। यह लोकतंत्र में अच्छी बात नहीं है।
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अखिलेश ने कहा कि आजम भाजपा सरकार की आंखों में इसलिए खटकते हैं क्योंकि वे सांप्रदायिक ताकतों के धुर विरोधी हैं और लोकतंत्र तथा समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं। आजम खान सामान्य व्यक्ति नहीं, वे रामपुर से 10 बार विधायक, तीन बार सांसद, राज्य सरकार में कई बार मंत्री, नेता विपक्ष भी रहे हैं। भाजपा ने उनको राजनीति में किनारे करने की जो साजिश की है, वह उन पर ही भारी पड़ेगी। अखिलेश ने कहा कि संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले नेता हैं।
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अखिलेश ने आज यह भी दाव किया विधानसभा में आजम खान के अकाट्य तर्कों और तीखे बयानों से भाजपा नेता असहज रहते थे, इसलिए उनके खिलाफ षड्यंत्र के बीज बोये जाने लगे। भाजपा को चिढ़ है कि रामपुर में उच्चस्तरीय शैक्षिक संस्थान मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय बनाया गया। इस बड़े काम की प्रशंसा करने के बजाय भाजपा सरकार विश्वविद्यालय को ही मटियामेट करने पर तुल गई। भाजपा सरकार को याद रखना चाहिए कि राजनीति में विद्वेष की भावना का कोई स्थान नहीं है। लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की समान भूमिका होती है।