बोले अखिलेश, उत्‍तर प्रदेश में तानाशाही को बढ़ावा दे रही योगी सरकार, पत्रकार-समाजसेवियों पर हमले तो विपक्षी नेताओं पर दर्ज हो रहें फर्जी मुकदमें

तानाशाही को बढ़ावा
मीडिया से बात करते अखिलेश यादव साथ में अन्‍य। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आज योगी सरकार पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाएं हैं। अखिलेश ने एक पत्रकार की पिटाई किए जाने के बाद उसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर योगी सरकार को घेरा है। अखिलेश ने कहा है कि उत्‍तर प्रदेश में भाजपा सरकार लोकतंत्र पर प्रहार कर तानाशाही को बढ़ावा दे रही। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता पर लगातार हमले हो रहें। पत्रकारों और समाजसेवियों के साथ मारपीट और उनकी हत्‍या तक हो रही, जबकि विपक्षी पार्टी के नेताओं पर फर्जी मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं।

भाजपा सरकार को बर्दाश्त नहीं हो रही सच्चाई

शुक्रवार को अपने एक बयान में अखिलेश मीडिया से यह भी कहा कि भाजपा की झूठी बयानबाजी की पोल खुलती जा रही। जनहित में जनता को सच्चाई से अवगत कराना भाजपा सरकार को बर्दाश्त नहीं हो रहा। यही वजह है सुल्तानपुर जनपद के बदहाल एएनएम सेंटर की सच्चाई दिखाने पर यूट्यूबर पत्रकार ललित यादव की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात ही बेमानी है।

अगर हर जिले में एक भी ऐसा पत्रकार हो…

इससे पहले आज अखिलेश ने कवरेज के दौरान पत्रकार की पिटाई का वीडियो ट्विट करते हुए योगी सरकार को निशाना पर लिया। सपा अध्‍यक्ष ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में यूपी के सरकारी अस्पताल की दुर्दशा का हाल उजागर करने वाले मीडियाकर्मी को स्वास्थ्यकर्मी द्वारा पीटे जाने की घटना को आपराधिक मामले की तरह देखा जाए। अगर हर जिले में एक भी ऐसा दुस्साहसी पत्रकार हो जाए तो उप्र की सच्चाई सबको पता चल जाए।

बीजेपी सरकार का रवैया कुछ वर्गों के प्रति आक्रामक

योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा है कि बीजेपी सरकार का रवैया कुछ वर्गों के प्रति आक्रामक रहता है। उनके समाज से लगातार ये शिकायतें आ रही कि सरकार उन्हें डरा-धमका रही है।

यह भी पढ़ें- जमानत मिलने के एक महीने बाद जेल से रिहा हुए पत्रकार सिद्दीकी कप्पन ने कहा, मुझ पर लगे झूठे आरोप
भाजपा-आरएसएस का एजेंडा है आतंक का माहौल बना लोगों को डराना 

साथ ही आज अखिलेश ने यह भी दावा किया कि भय और आतंक का माहौल बनाकर लोगों को डराना भाजपा और आरएसएस का एजेंडा है। भाजपा और आरएसएस समाज में बंटवारे का खेल करने में माहिर है। भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति से सामाजिक तानाबाना बिगड़ रहा है जबकि समाजवादी पार्टी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है।

योगी सरकार के भ्रष्टाचार की कहानियां अब…

पूर्व सीएम ने अंत में कहा कि योगी सरकार के भ्रष्टाचार की कहानियां अब सार्वजनिक रूप से कही सुनी जाने लगी है। भाजपाराज के सवा छह साल में भ्रष्टाचार को भयंकर संरक्षण मिला है। जनता महंगाई, बेकारी और बढ़ती असहिष्णुता की शिकार है। 2024 के लोकसभा चुनाव में पीडीए ही अब भाजपा की एनडीए सरकार को सत्‍ता से हटाने को संकल्पित है।

यह भी पढ़ें- योगी सरकार ने यूपी की बिजली व्यवस्था को किया बर्बाद, कटौती के चलते त्राहि-त्राहि कर रही जनता: अखिलेश यादव