आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाल में लेखपाल भर्ती को लेकर सीएम योगी के कार्यालय की ओर से किए गए ट्विट पर विवाद बढ़ रहा। सोशल मीडिया पर तमाम तरह के जहां सवाल उठ रहें हैं। वहीं रविवार को कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आज मीडिया से कहा है कि लेखपाल भर्ती को लेकर जिस प्रकार मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफीशियल हैंडिल से निराधार और झूठा ट्वीट कर एक वीडियो जारी किया गया, यह यूपी के बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ और क्रूर मजाक है, जबकि सच्चाई तो यह है कि योगी सरकार द्वारा लेखपाल की कोई भर्ती निकाली ही नहीं गयी है। कांग्रेस पार्टी द्वारा जब इस झूठ को पकड़ लिया गया तो मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया।
यह भी पढ़ें- बसपा के पूर्व विधायक समेत अन्य नेताओं को कांग्रेस में शामिल कर बोले अजय लल्लू, योगी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगा निषाद समाज
हमला जारी रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा नौकरी देने का झूठा ट्विट कर योगी सरकार बेरेाजगार युवाओं के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही। प्रदेश के युवा योगी सरकार के इस झूठ और फरेब का बदला आने वाले चुनाव में अवश्य लेंगे।
सपा-बसपा का भाजपा से अंदरूनी गठजोड़
वहीं सपा व बसपा पर सवाल उठाते हुए आज अजय कुमार ने कहा कि इतने गंभीर मुद्दे पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी द्वारा कोई प्रतिक्रिया न किया जाना भी गंभीर सवाल उत्पन्न करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सपा और बसपा का भारतीय जनता पार्टी से अंदरूनी गठजोड़ हो चुका है।
जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये…
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार केवल पीआर, होर्डिंग, ब्रान्डिंग और झूठे इवेंट मैनेजमेंट के सहारे चल रही है। प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये को विज्ञापन और इवेंट मैंनेजमेंट के नाम पर सरकार द्वारा पानी की तरह बहाया जा रहा है। योगी सरकार विज्ञापन और इवेंट मैनेजमेंट के जरिये प्रदेश की जनता को लगातार गुमराह करने का प्रयास कर रही है, जबकि प्रदेश के हालात बद से बदतर हो चुके हैं।
अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए अब…
लल्लू ने आगे कहा कि बीजेपी झूठे व भ्रामक प्रचार और प्रदेश की जनता को लुभावने नारे देकर और वादा करके सत्ता में काबिज हो गयी, किन्तु अपने किसी भी वादे पर खरी नहीं उतरी। योगी सरकार जनता के विश्वास पर खरी नहीं उतरी और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए अब लुभावने नारों और बड़े-बड़े होर्डिंगों के जरिये सरकार की ब्रान्डिंग करने में जुटी है।
…कथनी-करनी के स्पष्ट अंतर का सबसे बड़ा प्रमाण
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने आज दावा करते हुए यह भी पत्रकारों से कहा है कि भाजपा ने पांच साल में 70 लाख रोजगार देने का वादा किया था किन्तु स्वयं मुख्मयंत्री ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में मात्र चार लाख रोजगार ही देने का दावा किया। यह भाजपा की कथनी और करनी के स्पष्ट अंतर का सबसे बड़ा प्रमाण है।
नौजवानों के प्रति दमनात्मक रवैया अपना…
बेरोजगार लोग परेशान हैं और सरकार युवाओं को रोजगार देने और बेरोजगारी का हल निकालने के बजाए रोजगार मांगने वाले नौजवानों के प्रति दमनात्मक रवैया अपना कर उन्हें लाठी, मुकदमें व जेल की सजा दे रही है।