आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार को भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजभर ने लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में पूर्वांचल की तीन सीटों पर विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को समर्थन दिया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट को लेकर नाराज चल रहे राजभर ने कांग्रेस और सपा-बसपा व रालोद गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने की घोषणा की है।
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने मीडिया को बताया कि पार्टी ने मिजार्पुर में कांग्रेस और महाराजगंज तथा बांसगांव में सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। मिजार्पुर, महाराजगंज और बांसगांव में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों का पर्चा खारिज होने की वजह से यह फैसला लिया गया है।
यह भी पढ़ें- ओम प्रकाश राजभर ने कहा, राहुल गांधी को पप्पू कहने वाली भाजपा सबसे अधिक उन्हीं से है परेशान, लगाए ये भी आरोप
अरुण राजभर ने कहा कि पर्चा खारिज होने के बाद कार्यकर्ताओं के सुझाव पर पार्टी ने विपक्ष प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। इन तीनों सीटों पर पार्टी कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशी को हराने का काम करेंगे। गौरतलब है कि लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा से समझौता ना होने के बाद राजभर ने पूर्वांचल के 39 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं, इनमें प्रधानमंत्री मोदी की संसदीय वाराणसी सीट भी शामिल है।
अपने 39 उम्मीदवारों का ऐलान करते हुए पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा ‘भाजपा से लोकसभा सीटों के बंटवारे पर बातचीत के कई दौर हुए, लेकिन कोई नतीजा निकला। अंत में भाजपा नेताओं ने प्रस्ताव रखा कि घोसी लोकसभा सीट से मुझे उनके चुनाव चिन्ह कमल पर लोकसभा चुनाव लड़ना होगा, जिसे मैंने सिरे से खारिज कर दिया। मैं अपने पिछड़े, दबे, शोषित समाज के सम्मान के लिये अपनी पार्टी के 39 उम्मीदवारों की आज घोषणा कर रहा हूं।
यह भी पढ़ें- UP में सहयोगी राजभर ने BJP को दिया झटका, मोदी-राजनाथ की संसदीय सीट समेत 39 लोकसभा उम्मीदवार के नामों की घोषणा, कही ये बातें
गौरतलब है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने आजमगढ़ से यशवंत सिंह उर्फ विक्की सिंह, लखनऊ से बब्बन राजभर, रायबरेली से अभय पटेल, अमेठी से जितेंद्र सिंह, सुल्तानपुर से कौशिल्या राजभर और गोरखपुर से राधेश्याम सिंह को उतारा था। अपने पांचों प्रत्याशी के नामांकन रद्द होने के बाद पार्टी ने समर्थन देनें का फैसला किया है।
बता दें, लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने एनडीए को झटका देते हुए ऐलान किया था कि उनकी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा से कोई संबंध नहीं रखेगी और उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।