भाजपा सरकार में खुल रही सपा-बसपा के भ्रष्‍टाचारों की कलई: चन्‍द्रमोहन

भ्रष्‍टाचारों की कलई

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। रोडवेज में हुए टिकट घोटालों को लेकर भाजपा ने गुरुवार को सपा-बसपा पर जमकर हमला बोला। भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये भ्रष्‍टाचार समाजवादी पार्टी और बसपा के कार्यकाल में हुए। जो भाजपा सरकार में एक-एक करके सामने आ रहे हैं। भाजपा प्रवक्‍ता डॉ. चन्‍द्रमोहन ने कहा कि इन पार्टियों की सरकारों में शुरू हुई हर योजना जनता के पैसे की लूट की दास्तान हैं।

उन्‍होंने आगे कहा कि पिछले दस वर्षों से रोडवेज की बसों टिकटों का फर्जीवाड़ा चल रहा था। सपा और बसपा सरकारों के दौरान इसकी शिकायत भी हुई भ्रष्टाचार की पोषक इन दोनों सरकारों ने इसे रोकने की बजाय गड़बड़ियों को और बढ़ावा दिया।

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वहीं पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही सभी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने की कार्रवाई शुरू हुई। इतना ही नहीं टिकट घोटाले में शामिल परिवहन विभाग के 11 अफसरों को निलंबित और 54 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है, ऐसी सख्त कार्रवाई की मिसाल इस विभाग में दूसरी नहीं है।

भ्रष्‍टाचार पर है जीरो टॉलरेंस रवैये से बढ़ रही भाजपा सरकार

चन्‍द्रमोहन ने आगे कहा कि इससे यह साबित होता है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस’ के रवैये के साथ आगे बढ़ रही है। सपा और बसपा सरकारों में कोआपरेटिव बैंकों को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया था।

प्रदेश प्रवक्ता ने आगे कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में नियम कानून को ताक पर रखकर जिस तरह से 53 सहायक प्रबंधकों की भर्तियां की गई, वह अखिलेश यादव की पूर्ववर्ती सरकार के भ्रष्टाचार की झलक पेश करती है।

इन पार्टियों के नेताओं को सताने लगा जनता के गुस्‍से का भय

जिस तरह से पूर्ववर्ती सपा और बसपा सरकार में फैले भ्रष्टाचार की कलई लगातार खुल रही है, उससे इन दोनों पार्टियों के नेता खौफ में हैं। जनता के धन की खुली लूट करने वाले इन पाटियों के नेताओं को जनता के गुस्से का भय सताने लगा है।

यही वजह है कि कभी एक दूसरे की धुर-विरोधी रहीं सपा और बसपा भ्रष्टाचार पर एक दूसरे को बचाने के लिए साथ यूपी में चुनावी गठबंधन की खिचड़ी पका रही हैं। प्रदेश की जनता के सामने इन दोनों पार्टियों की काली करतूतें जाहिर हो गई हैं। सपा और बसपा के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार से बेहद नाराज प्रदेश की जनता इन दोनों पार्टियों को एक बार फिर अगले लोकसभा चुनाव में सबक सिखाने को तैयार बैठी है।

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