आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत देशभर में एक ओर जहां कोरोना वायरस के नए संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, वहीं जिंदगी और जिम्मेदारियों के प्रति बेपरवह लोग लॉकडाउन पांच के नियमों का लगातार उल्लघंन करते हुए देखे जा रहे हैं। लगातार ऐसे मामले सामने आने के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ बैठक करते हुए दो टुक में कहा है कि अनलॉक का अर्थ अनुशासन है। सीएम ने मास्क न लगाने वालों, सोशल डिस्टेसिंग का पालन न करने वालों, वाहनों में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों के सवार होने व भीड़ जुटाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
टीम इलेवन की बैठक में आज पूर्वान्ह सीएम के रुख को देखते हुए गृह विभाग ने यूपी के सभी कमिश्नर, डीएम व पुलिस कप्तानों को इस संबंध में निर्देश भी जा कर दिए हैं। निर्देश के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ाने वाली लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही कोरोना से बचने के लिए अनलॉक के नियमों पूरे अनुशासन के साथ पालन कराया जाये।
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वहीं कोरोना संक्रमण के फैलने के नोएडा समेत गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़ व बुलंदशहर पर बढ़ रहे खतरे को देखते हुए आज सीएम योगी ने बैठक के दौरान इन सभी छह जिलों में विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा है कि इन जिलों में उपचार की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। उन्होंने एनसीआर क्षेत्र के जनपदों के कोविड अस्पतालों में बेड और डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए हैं।
वहीं आज लोकभवन में आयोजित प्रेसवार्ता में प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सीएम के निर्देश पर यूपी में कोविड-19 के संक्रमण से अधिक प्रभावित आगरा, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, कानपुर नगर, फिरोजाबाद, मुरादाबार, बस्ती, अलीगढ़, झांसी व बुलंदशहर में स्थापित कोविड-19 चिकित्सालयों व इमरजेंसी सेवाओं के लिए स्थापित नॉन कोविड चिकित्सालयों तथा कोविड संबंधी अन्य व्यवस्थाओं एवं प्रोटोकॉल के प्रबंधन विषयक समय-समय पर जारी शासनादेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने व उपचार की व्यवस्थाओं के सुधार किये जाने के सबंध में उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव एवं सचिव स्तर के अधिकारियों एवं चिकित्सा शिक्षकों की टीम गठित की गयी है।