मंडी परिसर में अफसर को चेतावनी दे बोले वरुण गांधी, किसानों से क्रूरता पर नहीं जोडूंगा सरकार के हाथ-पैर, कोर्ट जाकर करवाऊंगा गिरफ्तार

वरुण गांधी
मंडी परिसर में निरीक्षण के दौरान वरुण गांधी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। किसानों के मुद्दे को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने वाले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शुक्रवार को मंडी कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाई है। धान की सरकारी खरीद में किसानों की दिक्कतें सुनने के बाद शुक्रवार को मंडी समिति परिसर में डिप्टी आरएमओ को किसानों के सामने ही खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि प्रमुख खरीद केंद्रों पर उनका प्रतिनिधि निगरानी करेगा। जो हर चीज को रिकार्ड करेगा। साक्ष्य एकत्र करेगा।

वरुण गांधी ने मंडी कर्मचारियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘मैं आप लोगों को इस समय चेताने आया हूं कि मेरा एक प्रतिनिधि हर मुख्य क्रय केंद्र में आज के बाद रहेगा जो रिकार्ड करेगा हर चीज को। ये साक्ष्य एकत्र करेंगे और अगर पता चला कि यहां कोई भ्रष्टाचार है या क्रूरता है किसानों के प्रति तो मैं सरकार के सामने हाथ-पैर नहीं जोडूंगा, मैं सीधे कोर्ट जाऊंगा और आप सबको गिरफ्तार करवाऊंगा।’

वरुण ने ये भी कहा कि मैंने कुल पांच कांटों का निरीक्षण किया जिसमें से तीन केवल पेपर पर हैं, धरातल पर वह मौजूद नहीं हैं। ये राष्ट्र किसानों की वजह से ही चल रहा है। वो आज भी उसी गरीबी की हालत में हैं। उनकी फसल को गलत कारण देकर खरीदने से इनकार किया जा रहा है।

एक वीडियो में वरुण गांधी मंडी के कर्मचारियों से कहते हैं, ‘आप अच्छी तरह जानते हैं कि कुछ दिन पहले एक किसान ने अपनी धान की फसल में खुद आग लगा दी थी। पीलीभीत में भी ऐसा हुआ और 17 जिलों में ऐसा हो चुका है कि किसान खुद अपनी धान में आग लगा रहा है। ये पूरे उत्तर प्रदेश के लिए राष्ट्र और दुनिया में शर्म का विषय बन चुका है। आप इस समय अच्छी तरह जानते हैं कि किसान कितना कष्ट में है। महंगाई का सामना एक इंसान के रूप में आप भी कर रहे हैं। आप देख रहे हैं कि फर्टिलाइजर्स की कमी है राष्ट्र में। आप देख रहे हैं कि किस तरीके से प्राकृतिक आपदा का शिकार हुआ है किसान अभी-अभी। उत्तराखंड से पानी छोड़ा गया, यहां बाढ़ आई, बारिश आई।’

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बिचौलियों का जिक्र करते हुए वरुण गांधी ने आगे कहा कि, ‘आप लोग हर काम में झूठा कारण ढूंढते हो, कभी कहते हो नमी है, कभी कहते हो टूटन है, कभी आप कहते हो कि कालापन है और आप उसे रिजेक्ट करते हो। वैसे ही किसान इस समय मरने के कगार पर है, और वो क्या करता है फिर.. आप उसे भेजते हो अपने मित्रों के पास जो बाहर खड़े रहते हैं। ये सब राइस मिलर्स, सब बिचौलिया.. उन्हीं को 11-12 सौ में बेचते हैं और वहीं आपके पास आकर 1940 में बेच रहे हैं। सब नेक्सस पूरे देश में दिख रहा है। आप क्यों बद्दुआ लेना चाहते हैं करोड़ों-करोड़ों लोगों की जो वैसे ही टूटे हुए हैं।’

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