संदिग्‍ध हाल में गार्मेन्‍ट्स शोरूम जलकर खाक, बिल्डिंग में तीन घंटे फंसा रहा परिवार

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शोरूम में आग बुझने केे बाद सफाई करता युवक।

आरयू रिर्पोटर

लखनऊ। अलीगंज के डंडईया बाजार में शुक्रवार की देर रात संदिग्‍ध हाल में रेडीमेड कपड़ों के एक शोरूम में आग लग गई। आग की चपेट में आने से करीब छह लाख रूपए मूल्‍य के कपड़े व फर्नीचर जलकर राख हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की आधा दर्जन गाडि़यों की सहायता से जवानों ने करीब तीन घंटे में आग बुझाई। इस दौरान बिल्डिंग मालिक परिवार छह सदस्‍यों के साथ आग के बीच फंसे रहे। शोरूम मालिक ने आग लगाने का संदेह जाहिर किया है। वही दूसरी ओर लोगों ने फायर कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

इन्दिरानगर के शालीमार चौराहा निवासी कृतिकर गुप्‍ता ऊर्फ दीपू का डंडईया बाजार स्थित जनप्रिय कॉम्‍प्‍लेक्‍स के ग्राउंड फ्लोर पर सभी प्रकार के रेडीमेड कपड़ों का शोरूम है। जबकि बिल्डिंग के ऊपरी हिस्‍से में भवन मालिक मनोज कुमार गुप्‍ता अपने परिवार के साथ रहते है। दीपू रोज की तरह कल रात भी शोरूम बंद कर घर चले गए। रात करीब 12 बजे शोरूम से धुंआ निकलता देख लोगों ने इसकी जानकारी फायर बिग्रेड के साथ ही दीपू को दी।

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डंडईया स्थित शोरूम केे बाहर जमा लोग।

शोरूम मालिक ने आग लगाने की जताई आशंका

दीपू ने बताया कि उन्‍होंने हमेशा की तरह शुक्रवार की रात भी दुकान बंद करने से पहले सभी एमसीबी गिराने के साथ मेन कटऑउट भी निकाल दिया था। इसके बाद भी आग लगना किसी साजिश की ओर इशारा करता है। हालांकि उन्‍होंने किसी से रंजिश की बात नहीं बताई है।

दहशत के बीच गुजरे एक परिवार के तीन घंटे

आग लगने की जानकारी पर जब तक मनोज परिवार के साथ बिल्डिंग से निकल पाते उससे पहले ही भयंकर धुएं और तपन ने सीडि़यों को अपनी चपेट में लिया था। जिसके बाद मनोज परिवार के आधा दर्जन लोगों के साथ तीन घंटे तक छत पर ही फंसे रहे। इस दौरान परिवार के लोगों में यह भी डर बना रहा कि अगर आग छत तक आ गई तो कहां जाएंगे।

देर से पहुंचे फायरकर्मी फिर भी दुरूस्‍त नहीं

लापरवाही के मामले में देर आए दुरुस्‍त आए कहकर लोग खुद को तसल्‍ली देते है, लेकिन लापरवाह फायरकर्मी यहां एक कदम और आगे निकल गए। आसपास के लोगों का कहना था कि सूचना के करीब एक घंटे बाद फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची। इसके बाद भी फायरकर्मियों ने मॉस्‍क तक लाना जरूरी नहीं समझा। मॉस्‍क होता तो कम से भवन में फंसे परिवार को तत्‍काल बाहर निकाला जा सकता था। हालांकि फायर बिग्रेड के देर से मौके पर पहुंचने की बात से सीएफओ ने इंकार करने के साथ ही घटना की पूरी जांच कराने की बात कही है।