आरयू ब्यूरो, लखनऊ। चुनावी मौसम में मंत्री-विधायकों के जाने के पुराने झटकों से भाजपा व योगी सरकार उबर भी नहीं पा रही है कि उसे एक और झटका लग जा रहा। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या समेत कल से आज तक में पांच विधायकों के भाजपा व योगी सरकार से किनारा करने के बाद बुधवार दोपहर ओबीसी समाज से आने वाले छठवें भाजपा विधायक व योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी योगी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है।
मंत्रिमंडल छोड़ने के साथ ही उन्होंने योगी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाएं हैं। दारा चौहान के मुताबिक योगी सरकार न सिर्फ पिछड़े, दलित किसान व बेरोजगारों की उपेक्षा कर रही है, बल्कि दलित व ओबीसी समजा को मिलने वाले आरक्षण से भी खिलवाड़ कर रही है।
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बुधवार को राज्यपाल अनंदीबेन को अपना इस्तीफा भेजते हुए दारा सिंह चौहान ने कहा है कि उन्होंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए काम किया, लेकिन योगी सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं।
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उल्लेखीय है कि स्वामी प्रसाद मौर्य की तरह दारा सिंह चौहान भी बीजेपी में आने से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता था। 2015 में वह बसपा का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। तीन के बार के सांसद को तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई थई। चौहान को ओबीसी मोर्चा का अध्यक्ष भी बनाया गया। मधुबन विधानसभा सीट से जीतने के बाद उन्हें योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया।