छत्‍तीसगढ़ CM को पुलिस ने लखनऊ एयरपोर्ट पर रोका, धरने पर बैठे नाराज भूपेश बघेल

धरने पर बैठे भूपेश बघेल
धरने पर बैठे भूपेश बघेल।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखीमपुर में हिंसा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस द्वारा नजरबंद किए जाने पर कांग्रेस में आक्रोश है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखनऊ पहुंचे। जहां भूपेश बघेल को एयरपोर्ट पर ही पुलिस ने रोक लिया और उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने नहीं दिया। जिसके विरोध में सीएम एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए। प्रशासन के समझाने के बाद भी वह नहीं माने और जमीन पर ही बैठे रहे।

इस बात की जानकारी देते हुए बघेल ने एक वीडियो ट्वीट करके लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने संबंधी जानकारी दी। बघेल का राजधानी लखनऊ में प्रेस ब्रीफिंग का कार्यक्रम था। सीएम ने ट्वीट कर कहा, ‘बिना किसी आदेश के मुझे लखनऊ एयरपोर्ट से बाहर जाने से रोका जा रहा है।’ बघेल ने करीब एक मिनट का वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उन्‍हें अधिकारियों से बात करते देखा जा सकता है। वे कह रहे हैं, ‘धारा 144  तो लखीमपुर में है। हम लखीमपुर तो जा नहीं रहे हैं, तो फिर प्रॉब्‍लम क्‍या है।’ हम सीसी जाएंगे लखीमपुर तो नहीं जा रहे तो फिर मुझे रोकने का औचित्य क्या है।आप मेरे साथ जबरदस्ती कर रहे हैं।

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बातचीत के दौरान जब एक अधिकारी आदेश पढ़ता है तो उन्‍हें यह कहते हुए सुना जा सकता है-पढ़‍िये पढ़‍िये, बघेल फिर कहते हैं, ‘हमको क्‍यों रोका जा रहा है। मैं आपके लखीमपुर नहीं जा रहा हूं।’ इस दौरान अधिकारियों द्वारा उन्‍हें बताया जाता है कि लखनऊ में भी बड़ी संख्‍या में लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंध है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने घटना को लेकर कहा, ‘भूपेश बघेल लखनऊ में नेता और कार्यकर्ता से मिलना चाहते थे, उन्हें अपने ही नेताओं से मिलने से रोका गया। भाजपा में डर की भावना है। यूपी में सत्ता जाना तय है इसलिए डर कर ऐसे हथकंडे अपना रही है।’

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गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ से करीब 130 किमी दूर लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया था। हिंसा उस समय भड़की थी जब विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक ग्रुप ने केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा और यूपी के उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को रोकने की कोशिश की।