आरयू ब्यूरो,
लखनऊ/शाहजहांपुर। छात्रा का वीडियो बनाने और बलात्कार मामले में आरोपित बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। साथ ही चिन्मयानंद से उगाही करने के मामले में पीड़ित छात्रा के तीन दोस्तों को भी गिरफ्तार किया गया है।
एसआइटी के मुताबिक, गिरफ्तार तीनों युवकों को चिन्मयानंद के साथ ही स्थानीय सीजेएम अदालत में पेश किया गया था। जहां से उन्हें भी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। एसआइटी का मानना है कि, इस पूरे प्रकरण में इन तीनों ही युवकों की खास भूमिका रही थी। तीनों आरोपित लगातार स्वामी के संपर्क में भी थे। पूछताछ में स्वामी चिन्मानंद के अलावा पकड़े गए छात्रों ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
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एसआइटी के अनुसार जुर्म कबूल करने के बाद स्वामी ने कहा कि मैं अपने किए पर शर्मिंदा हूं, आपने देख लिया मुझे कुछ नहीं कहना है। एसआइटी ने कहा कि इस मामले में पीड़िता भी जांच के दायरे में है। पूछताछ में छात्रा ने कबूला कि उसकी और युवकों की बात होती थी। वहीं स्वामी और छात्रा के बीच करीब दो सौ बार बातचीत हुई। एसआइटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी है।
एसआइटी ने मीडिया को बताया कि स्वामी चिन्मयानंद ने मोबाइल का डेटा डिलीट कर दिया था। चेक इन करते हुए सीसीटीवी फुटेज बरामद हुए हैं। वीडियो के आधार पर स्वामी की गिरफ्तारी हुई है। हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। स्वामी ने मसाज कराने की बात स्वीकार की है।
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वहीं छात्रों के साथ घूमने, होटल में रुकने का वीडियो भी एसआइटी के पास है, उन्होंने पांच करोड़ रुपये बाबा से मांगने की बात स्वीकार की है। दोनों पक्ष की पेन ड्राइव देखी है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और डिजिटली वेरिफाई करने का इंतजार है।
गौरतलब है कि पकड़े गए तीनों युवकों पर ब्लैकमेलिंग में शामिल होने का आरोप है। तीनों आरोपियों के नाम संजय सिंह, विक्रम और सचिन है। इन तीनों आरोपितों को स्वामी को ब्लैकमेल कर उनसे मोटी रकम वसूलने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन पर आइटी एक्ट के साथ-साथ जबरन धन वसूली और साक्ष्य मिटाने का आरोप लगा है।