CM योगी की अधिकारियों को दो टूक, जब तक विकास दुबे पकड़ा न जाए न लौटें मुख्‍यालय

योगी आदित्‍यनाथ
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्‍या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम अधिकारियों की हाईलेवल मीटिंग बुलाई। ढाई लाख के ईनामी गैंगस्टर की गिरफ्तारी न होने से नाराज मुख्‍यमंत्री ने आदेश दिए कि लखनऊ से अधिकारियों को भेजकर भगोड़े विकास दुबे को पकड़ा जाए। साथ ही उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक विकास दुबे पकड़ा ना जाए तब तक अधिकारी मुख्यालय न लौटें।

सोमवार को चार दिन बीत जाने के बाद भी गैंगस्टर विकास दुबे का कोई सुराग न मिलने की वजह से मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने आज शाम अधिकारियों को तलब किया। मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह, एडीजी एलओ मौजूद रहे।

नवनीत सिकेरा जैसे आइपीएस अफसर लगाए जा सकते हैं विकास के पीछे

कहा जा रहा है कि गोरखपुर से लौटने के बाद आज शाम लखनऊ में हुई सीएम की इस मीटिंग में इस बात पर भी विचार-विमर्श हुआ है कि खूंखार विकास दुबे को पकड़ने के लिए पूर्व में जिलों की कमान संभाल चुके नवनीत सिकेरा, राजेश पांडेय समेत अन्‍य तेज तर्रार आइपीएस अफसरों को भी लगाया जाए। विकास की गिरफ्तारी में इनका अनुभव व जमीनी नेटवर्क काफी सफलता दिला सकता है। हालांकि अभी इस बारे में सोमवार रात तक अधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी।

कहा जा रहा है कि गोरखपुर से लौटने के बाद आज शाम लखनऊ में हुई सीएम की इस मीटिंग में इस बात पर भी विचार-विमर्श हुआ है कि खूंखार विकास दुबे को पकड़ने के लिए पूर्व में जिलों की कमान संभाल चुके नवनीत सिकेरा, राजेश पांडेय समेत अन्‍य तेज तर्रार आइपीएस अफसरों को भी लगाया जाए। विकास की गिरफ्तारी में इनका अनुभव व जमीनी नेटवर्क काफी सफलता दिला सकता है। हालांकि अभी इस बारे में सोमवार रात तक अधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी।

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वहीं कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर भागे विकास दुबे की फिलहाल कोई जानकारी नहीं लग पाई है। गैंगस्टर की तलाश में दर्जनों थानों को पुलिस फोर्स व एसटीएफ के साथ ही कई बड़े अधिकारी लगे हुए हैं।

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मालूम हो कि गुरुवार की रात को कानपुर देहात के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम दबिश के लिए गई गई थी। इस टीम की अगुवाई क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा कर रहे थे, जैसे ही टीम विकास दुबे के घर के बाहर पहुंची, पहले से घात लगाए बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक कई घायल हो चुके थे। इस शूटआउट में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद से विकास दुबे फरार है।

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