आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सरकार जहां भेजे, वहां अच्छे से और ईमानदारी से काम करें। कभी भी नियुक्ति के लिए सिफारिश न करने की बात मन में बैठा लीजिए। ये योजना बहुत पहले ही शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन पहले की सरकारों के भ्रष्टाचार के चलते यह कार्यक्रम नहीं चल पाया।
उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सिंचाई विभाग के नवनियुक्त 544 सहायक अभियंताओं को नियुक्ति पत्र देकर कही। साथ ही सीएम योगी ने कहा कि सभी अभियंताओं को शुभकामनाएं दी। इस दौरान योगी ने पूर्व की सरकारों पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी कहा कि मुझे खुशी है कि आज हमारी सरकार ने इस पारदर्शिता की शुरुआत की। अब इस व्यवस्था में किसी को सिफारिश करने की आवश्यकता नहीं पड़ी होगी।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 544 सहायक अभियंता हमारे पास आये हैं। अब अपनी डिग्री का व्यवहारिक प्रयोग कर जनता के लिए बड़ी योजनाओं को बनाकर काम करना होगा। पिछली सरकारों की गंदगी को हटाने का काम एक झटके में करना होगा। साथ ही सीएम योगी ने इन इंजीनियरों को हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कि कभी भी नियुक्ति के लिए सिफारिश न करने की बात मन में बैठा लीजिए। सरकार जहां भेजे वहां अच्छे से व ईमानदारी से काम करें।
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उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्रालय के परिवार के रूप में कोई भेदभाव न हो, इसके लिए आज की प्रक्रिया सराहनीय है। 544 सहायक अभियंता पहली बार सिंचाई विभाग को एक साथ प्राप्त हो रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का किसान पूरी दुनिया का पेट भरने का सामर्थ्य रखता है। जरूरत है किसानों को योजनाओं का लाभ देने के साथ ही सिंचाई की समस्या को खत्म करना।
पूर्व की सरकारों पर आरोप लगाते हुए योगी ने कहा कि पहले की सरकारें किसानों पर ध्यान नहीं दे रही थीं। बाण सागर योजना को पूरा होने में 40 साल लगे, बात साफ है कि पिछली सरकारों के एजेंडे से किसान नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद दो लाख हेक्टेयर से अधिक जमीन की सिंचाई की व्यवस्था हमने की है। अयोध्या से हमारा पुराना नाता है। सिंचाई विभाग ने इस बार राम की पौड़ी पर बड़ी व्यवस्था दी।