कोरोना काल में खुले स्‍कूल का निरीक्षण करने पहुंचे DM को मिली खामियां, कहा एपेडेमिक एक्ट के तहत होगी कार्रवाई

एपेडेमिक एक्ट
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश। फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कोरोना प्रकोप के बीच सरकार द्वारा स्‍कूल खोलने की इजाजत मिल गई। जिसके बाद मंगलवार को लखनऊ में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने शहर में स्कूल खुलने और छात्रों की उपस्थिति का जायजा लिया। इस दौरान डीएम अचानक अमीरूद्दौला इस्लामिया इंटर कॉलेज पहुंचे और कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन का जायजा लिया। वहीं खामिया मिलने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि एपेडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।

इस दौरान जिलाधिकारी ने स्कूल में मौजूद छात्रों से बात की और सोशल डिस्टेंसिंग के शत-प्रतिशत अनुपालन के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम ने छात्रों के बिना अभिभावक की लिखित अनुमति के विद्यालय में आने पर कड़ी नाराजगी जाई। डीएम ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस देकर कार्रवाई के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दे दिए।

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साथ ही कहा कि किसी भी कीमत पर विद्यालयों में कोविड प्रोटोकॉल के कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाए। ये भी कहा कि बिना अभिभावक की लिखित अनुमति के विद्यालय में छात्रों के आने या प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर एपेडेमिक एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई होगी।

मालूम हो कि बता दें कक्षा नौं से 12वीं तक के स्कूल खोलने की इजाजत केंद्र सरकार ने दे दी है। इसी का पालन यूपी सरकार ने भी किया है। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के छह महीने से भी ज्‍यादा वक्त के बाद बच्चों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है। दो-दो घंटे की कई पालियों में क्लास लगाई जा रही हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही क्लास चालू हैं। विकल्प बच्चों के मां-बाप के ऊपर छोड़ा गया है। इतना ही नहीं स्कूलों से एक लेटर बच्चों के घरों पर भेजा गया है। यह एक सहमति पत्र है। इस पत्र में स्कूल मैनेजरों ने बच्चों के मां-बाप से पांच बिंदुओं पर सहमति मांगी है। सहमति मिलने के बाद ही बच्चों को स्कूल में एंट्री दी जाएगी।

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