74thIndependenceDay: लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी ने दी देसी कोरोना वैक्‍सीन की जानकारी, जानें संबोधन की खास बातें

74वें स्वतंत्रता दिवस
लाल किले से देश को संबोधित करते प्रधानमंत्री मोदी।

आरयू वेब टीम। 15 अगस्‍त के मौके पर पूरा देश आजादी का जश्‍न मना रहा है। शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्‍ली के ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। समारोह स्थल पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया।

रुस के कोरोना वैक्‍सीन बनाने के बाद भारत के लोग जिस घोषणा का इंतजार कर रहें थे आज उसके बारे में पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में कोराना की एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन्स टेस्टिंग के चरण में हैं। जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश की तैयारी उन वैक्सीन्स की बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन की भी तैयारी है। हर भारतीय तक वैक्सीन कम से कम समय में कैसे पहुंचे, इसका खाका भी तैयार है।

लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना योद्धाओं को नमन करते हुए कहा कि देश विशेष हालात से गुजर रहा है। इस बार हमारे लिए संकल्प करना बहुत आवश्यक। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आजाद कराने के लिए समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेकों लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।

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पीएम ने कहा कि सिर्फ कुछ महीने पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब हम विदेशों से मंगाते थे। आज इन सभी में भारत, न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है। भारत हमेशा मानता है कि यह विश्‍व एक बड़ा परिवार है। जब हम आर्थिक प्रगति और विकास की ओर बढ़ रहे हैं तो हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि मानवता इस सफर और इस प्रक्रिया का केन्द्र हो।

देश की सुरक्षा पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, भारत के जितने प्रयास शांति और सौहार्द के लिए हैं, उतनी ही प्रतिबद्धता अपनी सुरक्षा के लिए, अपनी सेना को मजबूत करने की है। भारत अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भी पूरी क्षमता से जुट गया है।

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पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है। इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है। वर्ष 2022, हमारी आजादी के 75 वर्ष का पर्व, अब बस आ ही गया है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के इस दशक में अब भारत को नई नीति और नई रीति के साथ ही आगे बढ़ना होगा। अब साधारण से काम नहीं चलेगा। हमारी पॉलिसी, हमारे प्रोसेस, हमारे प्रोडक्ट, सब कुछ बेस्ट होना चाहिए, सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए। तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनने के सपने को चरितार्थ करना होगा। मुझे देश के युवाओं और महिलाओं पर पूरा है विश्‍वास है। पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया इंटर-कनेक्टेड है। इसलिए समय की मांग है कि विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान बढ़ाना चाहिए, इसके लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना ही है। जब हमारा अपना सामर्थ्य होगा तो हम दुनिया का कल्याण भी कर पाएंगे। पीएम ने कहा कि आज देश अनेक नए कदम उठा रहा है, इसलिए आप देखिए स्पेस सेक्टर को खुला कर दिया, देश के युवाओं को अवसर मिल रहा है। हमने कृषि क्षेत्र को बंधनों से मुक्त कर दिया। हमने आत्मनिर्भर भारत बनाने का प्रयास किया है।

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नरेंद्र मोदी ने कहा कि आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, सामान बनकर भारत में लौटता रहेगा। इसलिए हमें आत्मनिर्भर बनना ही होगा। भारत के किसान सिर्फ देश के लोगों का पेट नहीं भरते, बल्कि दुनिया में जहां लोगों को जरूरत होती है, वहां के लोगों का भी पेट भरते हैं।

उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि भारत आत्मनिर्भर के सपने को चरितार्थ करके रहेगा। मुझे देश की प्रतिभा, सामर्थ्य, युवाओं, मातृ-शक्तियों पर भरोसा है। मेरा हिंदुस्तान की सोच-अप्रोच पर भरोसा है। इतिहास गवाह है कि भारत एक बार ठान लेता है तो, भारत उसे करके रहता है। पीएम ने कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी। पीएम ने कहा कि विस्तारवाद की सोच रखने वालों ने विस्तार के बहुत प्रयास किए। आजादी की ललक ने उनकी मंसूबों को जमींदोज कर दिया।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हिमालय की चोटियां हों या हिंद महासागर के द्वीप, आज देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है, तेज गति से विस्तार हो रहा है।

अपने भाषण के अंत में पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्ष मैंने यहीं लाल किले से कहा था कि पिछले पांच साल देश की अपेक्षाओं के लिए थे, और आने वाले पांच साल देश की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए होंगे। बीते एक साल में ही देश ने ऐसे अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए, अनेक महत्वपूर्ण पड़ाव पार किए।