शिक्षक की निर्मम पिटाई से दलित छात्र की मौत पर प्रियंका का योगी सरकार पर निशाना, ये पहली घटना नहीं, आखिर कब तक…

दलित छात्र की मौत
प्रियंका गांधी। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के औरैया में मनबढ़ शिक्षक अश्‍वनी सिंह द्वारा की गयी निर्मम पिटाई से हुई दलित छात्र निखिल की मौत के मामले में योगी सरकार एक बार फिर इस तरह के मामले को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। छात्र की मौत के बाद मंगलवार को कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने घटना पर रोष जताते हुए सवाल उठाया है कि ये इस तरह की पहली घटना नहीं है, आखिर कब तक लचर कानून-व्‍यवस्‍था चलती रहेगी।

आज प्रियंका ने दसवीं के छात्र निखिल की मौत पर अफसोस जताते हुए सरकार व यूपी पुलिस के खिलाफ अपना गुस्‍सा जाहिर किया है। कांग्रेस महासचिव ने ट्विट कर कहा है कि औरैया में एक दलित छात्र की पिटाई के बाद मृत्यु की घटना निंदनीय है। 19 दिन तक छात्र जिंदगी व मौत के बीच जंग लड़ता रहा, लेकिन पुलिस दोषी व्यक्ति को पकड़ न की।

साथ ही प्रियंका ने आगे कहा कि ये इस तरह की पहली घटना नहीं है। आखिर कब तक फौरी कार्रवाई करने की बजाय सरकार की कानून-व्यवस्था लचर बनकर काम करेगी?

ये था मामला-

बताया जा रहा है कि अछल्दा के बसोली गांव निवासी राजू दौरे का 15 साल का बेटा निखिल आदर्श इंटर कॉलेज में कक्षा 10वीं का छात्र था। सात सितंबर को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्‍वनी सिंह ने टेस्ट में गलतियां होने बेहद निर्मम तरीके से लात-घूसों छात्र को पीटा था। इससे वह क्लास में बेहोश हो गया था। हालत बिगड़ने पर निखिल को उसके परिजन इलाज के लिए सैफई मेडिकल कॉलेज ले गए थे, जहां मौत से कई दिनों तक संघर्ष करने के बाद सोमवार को उसने दम तोड़ दिया था। वहीं घटना को लेकर जहां परिजनों में कोहराम मचा है। वहीं लोगों में भी गुस्‍सा है।

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दूसरी ओर पुलिस ने कलयुगी शिक्षक अश्‍वनी सिंह के खिलाफ दर्ज मुकमदें में अब गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ा दी है, हालांकि पुलिस के हाथ मंगलवार दोपहर तक आरोपित शिक्षक के गिरेंबान तक नहीं पहुंच सके थे।