आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद दानिश अली ने शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि ‘यह इत्तेफाक है, या ये हमेशा की तरह दबाव’ कि वह अपने एकमात्र सांसद से राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ वोट क्यों नहीं करा पाई।
पहले बसपा नेता रहे दानिश अली ने एक्स पर पोस्टकर कहा कि, “आदरणीय बहन मायावती जी बीएसपी के एकमात्र सांसद (राज्यसभा) रामजी गौतम हैं, उनसे से भी आप वक्फ बिल के विरोध में वोट नहीं करा पाई।” उन्होंने सवाल किया कि यह हमेशा की तरह किसी का दबाव था या महज़ इत्तेफाक? पूर्व सांसद ने कहा, “कांग्रेस और राहुल संसद के अंदर और बाहर संविधान बचाने के लिये संघर्षरत है। आपसे सहयोग की अपेक्षा है।”
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दरअसल मायावती ने शनिवार को ‘एक्स’ पर पोस्टकर कहा, ”वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुई लंबी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना क्या उचित है जबकि विपक्ष संशोधित नागरिकता कानून की तरह इसे संविधान के उल्लंघन का मामला बता रहा है। इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश और इनके इंडिया गठबंधन में बेचैनी स्वाभाविक है।”