आरयू वेब टीम।
विदेश में संपत्ति खरीदने में धनशोधन से जुड़े मामले में शनिवार को तीसरी बार कांग्रेस अध्यक्ष के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। वाड्रा मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में अपने निजी वाहन से सुबह करीब दस बजकर 45 मिनट पर पहुंचे।
अधिकारियों ने बताया कि जांच अधिकारी को वाड्रा से और सवाल पूछने थे और इसलिए उन्हें शनिवार को पेश होने के लिए कहा गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका बयान इस बार भी धनशोधन रोकथाम अधिनियम की धारा 50 (तलब, दस्तावेजजों की पेशी और गवाही से संबंधित प्राधिकारों के अधिकार) के तहत दर्ज किया जा रहा है, जैसा कि पहले दो बार किया गया था।
इससे पहले उनसे छह और सात फरवरी को भी पूछताछ की गई थी। ईडी ने वाड्रा से पहली बार करीब साढ़े पांच घंटे और दूसरी बार करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी।
ऐसा माना जा रहा है कि पिछली बार पूछताछ के दौरान वाड्रा का ‘सामना’ उन दस्तावेजों से कराया किया जो एजेंसी ने मामले की जांच के दौरान जब्त किए हैं। उनमें फरार रक्षा डीलर संजय भंडारी से जुड़े दस्तावेज भी शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा ने इस मामले के जांच अधिकारी के साथ दस्तावेज साझा किए तथा कहा कि जब उन्हें और दस्तावेज प्राप्त होंगे तो उन्हें भी साझा किया जाएगा। यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड (ब्रिटिश पाउंड) की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन से संबंधित है। यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की बतायी जा रही है।
यहां बताते चलें कि इस जांच एजेंसी ने दिल्ली की एक अदालत से यह भी कहा था कि उसे लंदन में कई नयी संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है जो वाड्रा की है। उनमें 50 और 40 लाख ब्रिटिश पाउंड के दो घर तथा छह अन्य फ्लैट एवं अन्य संपत्तियां हैं। हांलाकि वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि राजनीतिक हित साधने के लिये उन्हें परेशान किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- मनी लांडरिंग: ED ने एनोस एक्का की 50 करोड़ की संपत्ति को किया सील