गोडसे को देशभक्‍त बताने पर लखनऊ में कांग्रेस ने प्रदर्शन कर उठाई प्रज्ञा ठाकुर की लोकसभा से बर्खास्‍तगी की मांग

महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे
प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ प्रदर्शन करते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे गोडसे को देशभक्‍त बताने वाली भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान को लेकर मचा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को भी सदन से लेकर सड़कों पर कांग्रेस ने इसका विरोध कर प्रदर्शन किया।

आज राजधानी लखनऊ में जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर इसके विरोध में हाथों में जो ‘गोडसे का यार है देश का गद्दार है’ जैसे अन्‍य स्‍लोगन लिखी तख्तियां लेकर कांग्रेसियों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष व राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता राजीव त्‍यागी के नेतृत्‍व में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा व प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा से बर्खास्त करने की मांग की।

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इस मौके पर अजय कुमार लल्लू ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि देश की वर्तमान सत्तासीन भाजपा की सांसद ने लोकतंत्र के मंदिर, संसद में जो कल बयान दिया उसने संसद की गरिमा को तार-तार करने का काम किया है। साथ ही पूरे देश में लोगों को गहरा आघात पहुंचाया है। कांग्रेस गांधी जी के सिद्धांतों पर चलते हुए उनके विचारों को मानने वाली पार्टी है।

उन्होंने आगे कहा कि यह देश गांधी के विचारों से चलता है। गांधी जी ने अहिंसा का सहारा लेते हुए देश की एकता-अखंडता, संप्रभुता को कायम रखने ने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। जिन लोगों ने उनकी हत्या की, ऐसे लोगों का लोकतंत्र के मंदिर और देश की सबसे बड़ी पंचायत, संसद में भाजपा की सांसद ने उनके हत्यारे का महिमामंडन करने का कृत्य किया है। कांग्रेस इसकी घोर निंदा करती है।

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अजय कुमार ने बीजेपी व आरएसएस को भी इस दौरान निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग इस तरह की घटनाओं में लिप्त थे, इस तरह के मुकदमें में वांछित थे, उन लोगों को टिकट देकर सांसद बनाया और उन्हें प्रोत्साहित करके संघ और भाजपा ने जो कल उदाहरण पेश किया, वह भारत के लोकतंत्र के लिए काले दिन के रूप में जाना जाएगा। एक तरफ भाजपा गांधी जी की 150वीं जयंती पर पंचायतों का आयोजन करती है, पूरे देश-प्रदेश में जगह-जगह पदयात्राएं आयोजित करती है, विधानसभाओं और संसद का विशेष सत्र बुलाकर गांधी जी पर चर्चा करती है और दूसरी तरफ उनके सांसद के बयान ने देश के लोगों की आत्मा के ऊपर बड़ा चोट करने का काम किया है।

हमला जारी रखते हुए प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि भाजपा को अब तय करना पड़ेगा कि वह गांधी जी के साथ हैं या गोडसे की विचारधारा को मानेेेेगी। इसके पहले भी जब प्रज्ञा ठाकुर ने बयान दिया था तो तमाम सांसदों ने और प्रधानमंत्री ने कहा कि हम दिल से माफ नहीं कर सकते। इसके बाद रक्षा मंत्रालय जैसी जगह पर सदस्य बनाया, संसद में बोलने के लिए मौका देना, उत्साहित करना, यह कैसा संदेश देने का काम करता है? प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लगातार भाजपा के सांसद और मंत्री अब ट्वीट कर रहे हैं और सफाई दे रहे हैं, लेकिन अब सफाई और ट्वीट से काम नहीं चलेगा।

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कांग्रेस मांग करती है कि अगर आप वास्तव में आप गांधी जी के विचारों को मानते हुए 150वीं जयंती मना रहे हैं तो अविलंब प्रज्ञा ठाकुर की सदस्यता को खत्म करिये, उनको पार्टी से निकालने का काम करिए और उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराइये अन्यथा मौन सहमति इस बात को साबित करने का काम करेगी कि आप गोडसे को मानने वाले लोग हैं, गांधी जी के साथ और उनके विचारों के साथ नहीं हैं।

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की यह लड़ाई जारी रहेगी जब तक भारतीय जनता पार्टी, प्रज्ञा ठाकुर की सदस्यता समाप्त नहीं करती।

बताते चलें कि भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्‍त करार दिया था। जिसके बाद कांग्रेस सांसदों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी।

धरने में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ल, पूर्व मंत्री  नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व मंत्री आरके चौधरी, विश्‍व विजय सिंह, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, अनूप गुप्ता, अशोक सिंह, डॉ. उमाशंकर पाण्डेय, डॉ. अनूप पटेल, मुकेश सिंह चौहान, अंशू अवस्थी, डॉ. मंजू दीक्षित,  सिद्धश्री, अयाज खान अच्छू, शहजाद आलम व शंकर लाल गौतम समेत कांग्रेस के कई अन्‍य नेता व बड़ी संख्‍या में कार्यकर्ता मौजूद रहें।

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