औचक निरीक्षण में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को विद्यालय में मिली ढेरों गड़बड़ी, मात्र एक शिक्षक-शिक्षामित्र के सहारे चल रही थी कक्षाएं

विद्यालय में औचक निरीक्षण
छात्रों से जानकारी लेते प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ में ही सरकारी विद्यालय का हाल ठीक नहीं है तो प्रदेश के दूर-दराज के हालात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता। हकीकत परखने के लिए आज खुद प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. शन्मुगा सुंदरम ने एक सरकारी स्‍कूल का एकाएक निरीक्षण किया तो बड़ी संख्‍या में बच्‍चों व शिक्षकों की अनुपस्थिति से लेकर मिड डे मील की गुणवत्‍ता में कमी व बच्‍चों के शौचालय में गंदगी और सिर्फ एक शिक्षक व शिक्षमित्र के सहारे आठ तक की कक्षाएं चलती देख दंग रह गए। जिसपर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए प्रमुख सचिव ने चेतावनी के साथ ही कमियों को तत्‍काल दूर करने के निर्देश दिए।

दरअसल आज सुबह ही प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा एकाएक लखनऊ के जियामऊ स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय पहुंच गए। शन्मुगा सुंदरम के औचक निरीक्षण की जानकारी से स्‍कूल से लेकर शिक्षा विभाग तक में हड़कंप मच गया, हालांकि गनीमत की बात यह रही कि कई कमियों के मिलने के बावजूद प्रमुख सचिव ने किसी पर कठोर कार्रवाई नहीं की है।

133 में से 76 बच्‍चे ही मिले उपस्थित

निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव को विद्यालय के 133 विद्यार्थियों में से 57 बच्चे अनुपस्थित मिले। इतनी बड़ी संख्‍या में बच्‍चों के स्‍कूल नहीं आने की जानकारी पर उन्‍होंने कारण पताकर उसका निराकरण करने का निर्देश दिया।

BSA तत्‍काल कराएं 48 बच्‍चों के अभिभावक को भुगतान

वहीं निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव को पता चला कि लगभग दिसंबर बीतने के बावजूद 48 छात्रों का डीबीटी के माध्यम से होने वाले भुगतान अब तक नहीं किया गया है। इस पर भी प्रमुख सचिव ने नाराजगी जाहिर करते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक को तत्काल 48 बच्चों के अभिभावकों को डीबीटी भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

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75 प्रतिशत टीचर मिले छुट्टी पर

वहीं प्रमुख सचिव के निरीक्षण में यह भी सामने आया कि यहां तैनात चार शिक्षकों में से 75 प्रतिशत यानि तीन छुट्टी पर हैं। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए जानकारी की तो प्रमुख सचिव को पता चला कि दो शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर हैं, जबकि एक सीसीएल (बच्चे की देखभाल की छुट्टी) पर चल रहें। वहीं विद्यालय में तैनात एकलौते शिक्षामित्र के अलावा सिर्फ एक शिक्षक कक्षा में बच्‍चों को पढ़ाते मिले।

छात्र नहीं पढ़ पाएं अपनी ही किताब

निरीक्षण के दौरान शन्मुगा सुंदरम ने स्‍कूल की सभी कक्षाओं में जाकर एक से आठ तक पढ़ने वाले बच्चों से बातचीत की उनकी समस्‍याओं व शिक्षा के स्‍तर के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्‍होंने कक्षा दो में बच्चों से अपनी किताबें पढ़ने और उनका अर्थ बताने के लिए कहा। जिसमें कई छात्र जवाब नहीं दे सके, हालांकि कुछ बच्‍चों की पढ़ाई से प्रमुख सचिव संतुष्‍ट भी नजर आएं।

गंदे मिलें शौचालय तो प्रमुख सचिव ने कहा, रोज कराएं सफाई

वहीं निरीक्षण के दौरान बच्‍चों के शौचालयों का हाल भी काफी खराब मिला। गंदगी देख संबंधित अधिकारी ने दावा किया कि हफ्ते में एक दिन सफाई कराई जाती है। जिसपर फटकार लगाते हुए प्रमुख सचिव ने खुद नगर नगम के अधिकारियों से वार्ता कर शौचालयों की दैनिक सफाई कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिये।

मिड मील की भी व्‍यवस्‍था करें बेहतर

प्रमुख सचिव ने निरीक्षण के दौरान बच्चों के साथ मध्यान्ह भोजन का स्वाद चखा। मिड मील सही नहीं लगने पर शन्मुगा सुंदरम जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया की बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था बेहतर करें।