आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। तालकटोरा के रूकंदीपुर में सोमवार को11वीं के छात्र ने फेल होने पर फांसी लगाकर जान दे दी। फंदे से इकलौते बेटे का शव लटकता देख परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची तालकटोरा पुलिस ने लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।
तालकटोरा पुलिस ने बताया रुकंदीपुर निवासी उमेश श्रीवास्तव पेश से टैक्सी चालक हैं। उनकी पत्नी इलाके के ही एक प्राइवेट स्कूल में नौकरी करती हैं। बड़ी बेटी की शादी के उनके घर में पति-पत्नी के अलावा 17 वर्षीय बेटा आदर्श रह रहा था। आदर्श अमीनाबाद इंटर कॉलेज में कक्षा 11वीं का छात्र था। आज सुबह मां-बाप के काम पर जाने के साथ ही आदर्श कॉलेज में अपना रिजल्ट लेने गया था।
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दोपहर करीब दो बजे उमेश घर लौटे तो कमरे की छत में लगे लोहे की रॉड के सहारे आदर्श का शव दुपट्टे के फंदे से लटक रहा था। ये देख उन्होंने रोना-पीटना शुरू कर दिया। आवाज सुन मौके पर जुटे आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को छानबीन में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हालांकि आदर्श के बैग से 11वीं का रिजल्ट मिला। जिसमें वह फेल था।
मां-बाप ने खुद को किया घायल, लोगों की आंखें हो गयी नम
जिस बेटे को बुढ़ापे का सहारा समझ कर पाल रहे थे, उसके एकाएक चले जाने से मां-बाप ने अपना आपा खो दिया। बेटे के गम में उमेश ने अपना सिर जमीन पर पटक दिया। जिसके चलते उसके सिर से खून की धारा बहने लगी। वहीं आदर्श की मां ने भी रोने-पीटने के दौरान खुद को चोटिल कर लिया। साधारण सी बात पर इकलौते बेटे को खोना बरदाशत नहीं कर पा रहे मां-बाप की हाल देख वहां मौजूद लोगों की भी आंखें नम हो गयी।
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घटना की जांच कर रहे एसआइ कालिका प्रसाद ने बताया कि पुलिस को मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। समझा जा रहा है कि किशोर ने फेल होने के बाद जान दी है। हालांकि पुलिस अन्य बिन्दुओं पर पड़ताल करने के लिए उसके कॉलेज के लोगों से भी संपर्क कर रही है।