गुजरात में होटल के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान सात की मौत, मालिक के खिलाफ मामला दर्ज

सेप्टिक टैंक
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू वेब टीम। गुजरात के वड़ोदरा में आज दिल दहला देनें वाली घटना हो गयी। जहां एक सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले चार सफाई कर्मचारियों सहित सात लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है और होटल मालिक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है

यह हादसा शनिवार को उस समय हुआ जब वड़ोदरा के फार्टिकुई गांव में स्थित एक होटल के सेप्टिक टैंक में कुछ सफाई कर्मचारी साफ-सफाई कर रहे थे। इसी बीच सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस से चार सफाई कर्मचारी समेत सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। माना जा रहा है कि टैंक से कोई जहरीली गैस निकली जिससे सभी लोगों का दम घुट गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने लोगों को बचाने का अभियान चलाया, लेकिन किसी को जिंदा नहीं बचाया जा सका।

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वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी मजदूरों के शव बरामद कर पोस्‍टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही जांच शुरू कर दी है। मृतकों की पहचान निकट के थुवावी गांव निवासी सफाईकर्मी हितेश हरिजन (23) और उसके पिता अशोक हरिजन (45), महेश हरिजन (25) तथा महेश पाटनवाडिया (46) तथा होटल के तीन कर्मियों अजय वसावा(24, निवासी कादवली गांव जिला भरूच), विजय चौधरी (22) और शहदेव वसावा (22) (दोनो सूरत जिले के उमरपदा तालुका के वेलावी गांव गांव निवासी) के रूप में की गई है।

पुलिस ने होटल के मालिक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं हादसे के बाद से मालिक फरार है। पुलिस ने स्‍थानीय मीडिया को बताया कि सभी की मौत एक दूसरे को खोजने के कारण हुई है। जानकारी के मुताबिक यहां के दर्शन होटल में चार व्यक्ति (महेश पाटनवाडिया, अशोक हरिजन, बृजेश हरिजन और महेश हरिजन) सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए आए थे। वहीं होटल में काम करने वाले तीन अन्य व्यक्ति (विजय चौधरी, सहदेव वसावा और अजय वसावा) इस काम में इनकी मदद कर रहे थे।

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सबसे पहले महेश पतनवडिया सफाई करने के लिए सेप्टिक टैंक में दाखिल हुए। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आए और ना ही अंदर से कोई आवाज आई तो अशोक, बृजेश और महेश अंदर चले गए, लेकिन जब ये चारों भी बाहर नहीं आए तो चौधरी, सहदेव और अजय उनकी मदद के लिए अंदर चले गए। जिसके बाद ये लोग भी बेहोश होकर अंदर ही गिर गए।

जब सातों में से कोई भी बाहर नहीं आया तो घटना की सूचना दाभोई नगर पालिका और स्थानीय पुलिस को दी गई। नगर पालिका के पास आवश्यक उपकरणों की कमी थी जिसके बाद वडोदरा दमकल विभाग को मदद के लिए बुलाया गया।

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