आरयू वेब टीम। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले जहां देश के तमाम छोटे-बड़े नेता गुजरात में डेरा डाले हैं। वहीं रविवार शाम हुए एक मनहूस हादसे ने हर किसी को दहला दिया है। गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बनें केबल पुल के टूटने से सैकड़ों लोग डूब गए हैं। देर रात तक 91 लोगों की मौत होने की बात सामने आ रही थी। वहीं बड़ी संख्या में घायल व डूबे लोगों को पानी से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुल को चार दिन पहले ही गुजराती नववर्ष दिवस के मौके पर 26 अक्टूबर को जनता के लिए खोला गया था। करीब दो करोड़ों की लागत से मरम्मत कराने के चार दिन बाद ही पुल के टूटने के चलते हादसे की वजह भ्रष्टाचार व लापरवाही को माना जा रहा है, हालांकि चुनावी मौसम में अभी इस बारे में कोई जिम्मेदार बोलने को तैयार नहीं है। कुछ नेता व अधिकारी बस शोक संवेदना जताने की साथ ही राहत व बचाव कार्य चलाने की बात कर रहें हैं।
देर रात एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमों के अलावा सेना के जवान नदी में लोगों की तलाश कर रहे थे। हादसा का एक दुखद पहलू यह भी बताया जा रहा है कि इसका शिकार होने वालों में अधिकतर मासूम बच्चे व महिलाएं हैं। संडे की छुट्टी होने की वजह से हादसे के समय शाम करीब साढ़े छह बजे पुल पर लगभग चार सौ लोग मौजूद थे।
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करीब 765 फीट लंबा यह पुल 140 साल पुराना बताया जा रहा है। लोगों का कहना कि दिक्कत आने पर इसे पूर्व में बंद कर दिया था। जिसके बाद लगभग दो करोड़ खर्च कर गुजरात सरकार ने इसे चार दिन पहले ही शुरू कराया था। आरोप यह भी है कि चुनाव से पहले जनता को खुश करने के लिए पुल को बिना जांच ही खोल दिया गया था।
पुल कमजोर होने व मरम्मत सही ढ़ग से नहीं होने के बावजूद आज जनता की भीड़ पुल पर जुटने लगी तब भी पुलिस-प्रशासन हरकत में नहीं आयी और भीड़ के बढ़ते बोझ के चलते पुल टूटकर नदी में जा गिरा। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गयी। पुल के बीच में मौजूद लोग नदी के बीच में गहरे पानी में गिरे और डूब गए, जबकि शुरूआत व अंत में खड़े अधिकतर लोग पानी में डूबने से बच गए, लेकिन ऊंचाई से गिरने के चलते घायल हो गए।
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घटना के ठीक बाद मौके पर पहुंचे भाजपा सांसद मोहन कुंडरिया ने बताया कि हम घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। बचाव कार्य जारी है। अभी तक 60 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं। जिसमें बच्चे, महिला और वृद्ध अधिक हैं, हालांकि देर रात तक यह संख्या 90 के पार चली गयी थी।
वहीं घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफसोस जताया है। साथ ही पीएम मोदी ने घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद करने की घोषणा की है।
दूसरी ओर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेश पटेल ने मीडिया से कहा है कि मोरबी केबल पुल गिरने की घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। मृतक के परिवार को चार लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की सहायता राशि दी जाएगी…मैं आज अपने सभी आगामी कार्यक्रमों को रद्द करके मोरबी के लिए रवाना हो रहा हूं।
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हादसे पर अफसोस जताते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा कि गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे की खबर बेहद दुःखद है। ऐसे मुश्किल समय में मैं सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। साथ ही सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की हर संभव सहायता करें और लापता लोगों की तलाश में मदद करें।