आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नगर निकाय चुनाव में अखिलेश यादव के सभा नहीं करने के फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने निशाना साधा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने मनीष शुक्ला ने आज कहा कि अखिलेश यादव के पास सभा में बताने के लिए कुछ नहीं हैं।
वहीं अखिलेश यादव के नेतृत्व में 2014 का लोकसभा और 2017 का विधानसभा चुनाव सपा ने लड़ा जिसमें उसी बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। अब एक बार फिर नगर निकाय चुनाव में सपा की हार होती देखकर अखिलेश यादव का आत्म विश्वास डगमगा गया है जिसके चलते उन्होंने मैदान छोड़ दिया है।
योगी सरकार के कामों की बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में अपने आठ महीने के कार्यकाल जनता के लिए बहुत कुछ किया है। विधानसभा चुनाव में किए गए वादों के अनुसार किसानों का एक लाख रूपये तक का कर्ज माफ किया, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान किया, गेहूं की रिकॉर्ड खरीदारी की, बिजली बिल के बकाये का सरचार्ज माफ किया, बीपीएल धारकों को मुफ्त विद्धयुत कनेक्शन दिया जा रहा है, सड़कों को गढ्ढा मुक्त किया गया, प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया गया है। इसलिये हमारे नेता चुनावी सभाएं कर रहे हैं।
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वे अब जनता को भी बता रहे हैं कि सपा-बसपा कांग्रेस ने सरकार में रहते हुए भाजपा शासित नगर निगमों में काम नहीं करने दिया। भाजपा के जीतने से शहरी क्षेत्रों का सम्पूर्ण विकास होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय सहित संगठन और सरकार जनता के बीच अपनी नीति, नीयत, जन कल्याणकारी कार्यों और स्मार्ट नगरीय व्यवस्था के रोड मैप के साथ पहुंच रहें हैं।
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