पुलिस का सनसनीखेज खुलासा, होने वाली बीवी ने ही आशिक व उसके दोस्तों के साथ मिलकर की थी शहाबुद्दीन की निर्मम हत्या

होने वाली बीवी
खुलासे की जानकारी देते अधिकारी व पुलिस के शिकंजे में पकड़ी गयी युवती, प्रेमी व उसके दोस्त।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। निर्मम हत्‍या के बाद मोहनलालगंज इलाके में मिली शहाबुद्दीन की लाश के मामले में शनिवार को डीसीपी साउथ ने खुलासा कर दिया है। शहाबुद्दीन की हत्‍या किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी ही होने वाली बीवी ने अपने आशिक व उसके चार दोस्‍तों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने घटना में शामिल सभी छह आरोपितों की गिरफ्तारी करते हुए हत्‍या में इस्‍तेमाल चाकू व चेन बरामद कर ली है।

आज डीसीपी साउथ ने एक प्रेसवार्ता करते हुए घटना में शामिल शहाबुद्दीन की होने वाली बीवी हसमतुल निशा, उसके प्रेमी शाने अली ऊर्फ सोनू व घटना में शामिल रहे सोनू के दोस्‍त अरकान, संजू गौतम, अमन कश्‍यप व समीर मोहम्‍मद को मीडिया के सामने पेश करते हुए घटना का खुलासा किया।

डीसीपी के अनुसार शहाबुद्दीन की शादी अगामी 27 मई को पीजीआइ की एकतानगर निवासी हसमतुल निशा से होने वाली थी, लेकिन हसमतुल पीजीआइ के कल्‍ली पश्चिम निवासी शाने अली ऊर्फ सोनू से प्रेम करने के चलते शहाबुद्दीन से शादी नहीं करना चाहती थी।

शादी का समय नजदीक आता देख हसमतुल व उसके प्रेमी ने शहाबुद्दीन को रास्‍ते से हटाने के लिए उसकी हत्‍या की योजना बनाई थी, जिसमें सोनू के दोस्‍त अरकान, संजू, अमन व समीर भी शामिल थे।

गुरुवार की शाम हसमतुल ने अपनी सहेली की बर्थडे पार्टी में चलने की बात कहकर शहाबुद्दीन को बुलाया था। इसके बाद हसमतुल उसे कल्‍ली पूरब स्थित एक खाली प्‍लॉट के पास धोखे से ले गयी। जहां पहले से ही घात लगाए हसमतुल के प्रेमी व उसके चार दोस्‍तों ने शाहबुद्दीन को घेरकर पटक दिया। शहाबुद्दीन संघर्ष कर अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इससे पहले ही सबने मिलकर उसकी गर्दन चेन से कसने के साथ ही चाकू से ताबड़तोड़ वारकर उसकी हत्‍या कर दी और शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए थे।

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अगले दिन शुक्रवार की सुबह शव देख ग्रामीणों ने इसकी जानकारी मोहनलालगंज पुलिस को दी थी, मौके पर पहुंची पुलिस ने गहनता से जांच करने के साथ ही शहाबुद्दीन की कॉल डिटेल खंगाली तो राज खुलते चले गए।

पुलिस को जांच में हसमतुल के पास से एक मोबाइल भी मिला है, जिसे वह सबसे छिपाकर रखती थी, शुरूआत में उसने पुलिस के सामने भी मोबाइल नहीं होने की बात कह रही थी, लेकिन पुलिस ने जब कॉल डिटेल का जिक्र किया तो हसमतुल फंस गयी और अपना जुर्म कबूल कर लिया।

हत्‍या के खुलासे व गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-

इंस्‍पेक्‍टर मोहनलालगंज दीनानाथ मिश्रा, एसएसआइ रमेश चंद्र साहनी, एसआइ राजेंद्र प्रसाद, धर्मेंद्र सिंह, शशिकला सिंह, कीर्ति सिंह, आरक्षी सुनील कुमार व रविंद्र सिंह।

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