होटल-ढाबा, घर कहीं भी मजदूरी करते दिखें मासूम तो पुलिस को करें फोन: रीता जोशी

बाल मजदूरी
कार्यशाला को संबोधित करतीं रीता बहुगुणा जोशी।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। महिलाएं और बच्चे अपराधियों के आसान शिकार होते हैं। महिलाओं की रक्षा के लिए समाज में छिपे अपराधियों को सर्जिकल स्ट्राइक जैसे अभियान चलाकर पकड़वाना चाहिए। ये बातें बुधवार को यूपी की महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ-शिशु कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने राज्य महिला आयोग के सभागार में ‘‘मानव तस्करीः खबरें, चुनौतियां एवं समाधान’’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्‍य अतिथि के तौर पर   कही।

कैबिनेट मंत्री ने बाल मजदूरी पर बात करते हुए कहा कि अक्सर हमें होटल-ढाबों, घरों में ‘छोटू’ कहकर पुकारे जाने वाले बाल श्रमिक दिखते हैं। वे किस तरह वहां पहुंचाए गए हैं, इस पर हमारा ध्यान नहीं जाता। कोई मासूम अपनी सहायता स्वयं नहीं कर सकता, इसलिए जहां कहीं भी ‘छोटू’ दिखे उसकी सहायता के लिए पुलिस को फोन करें या किसी स्वयं सेवी संस्था को सूचना देकर उस बच्चे को मुक्‍त कराएं।

प्रो. जोशी ने आगे कहा कि बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए स्वयं सेवी संगठनों को आगे आकर गांव-गांव तक जागरूकता अभियान चलाने चाहिए, जिससे समाज के गैर जानकार लोग किसी लालच, भय, धोखे में फंसकर मानव तस्करों का शिकार न बनें।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद राज्यमंत्री बाल विकास एवं पुष्टाहार अनुपमा जायसवाल ने कहा कि मानव ही मानव की तस्करी करे यह मानवता के लिए अभिशाप है। वहीं राज्य बाल आयोग के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने बच्चों को मानव तस्करी से सुरक्षित रखने तथा बाल श्रम से रोकने के लिए जनपद स्तर पर ही जागरूकता पर जोर दिया तथा विशेष कानूनों के अभाव में अपराधियों के छूटे जाने पर चिंता भी व्यक्‍त की।

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कार्यशाला में एसआरसी डब्ल्यूसी के सीईओ कमल सक्सेना ने पुलिस विभाग के अपने कार्यकाल के अनुभवों को साझा करते हुए मानव तस्करी की विभषिका तथा समाधान के सुझाव साझा किए। कार्यक्रम में एसपी मानवाधिकार आयोग विजय धुल, सचिव मानवाधिकार आयोग कर्ण सिंह चैहान, विशेष सचिव महिला कल्याण विभाग सी. इन्दुमती ने भी अपने विचार व्यक्‍त किए।

इस अवसर पर मानव तस्करी के प्रकार, तस्करी की विभीषिका तथा तस्करी का शिकार हुए लोगों तथा बचाव और जागरूकता पर एक वीडियो प्रस्तुतिकरण भी दिखाया गया तथा भारतीय सेना की कार्यवाही पर सैनिकों के उत्साहवर्धन के लिए तिरंगे के साथ उत्साह प्रदर्शन भी किया गया।

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कार्यशाला में महिला एवं बाल आयोग के सभी पदाधिकारी सम्बंधित विभागों के अधिकारी एवं स्कूल की छात्राएं भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम के अंत में महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बॉथम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।