विधानसभा सत्र में हंगामा, राज्‍यपाल पर फेके कागज के गोले, सत्र कल तक के लिए स्‍थगित

विधानसभा सत्र में हंगामा

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। आज 11 बजे उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का पहला सत्र शुरु हुआ। सत्र की शुरुआत में ही विपक्ष ने जबरदस्‍त हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण पढ़ने के दौरान विपक्षी सदस्‍यों ने सीटी बजाते हुए राज्‍यपाल पर कागज के गोले उछाले। राज्‍यपाल को कागज के गोले से बचाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हंगामे को देखते हुए सत्र कल तक के लिए स्‍थगित कर दिया।

विधानसभा सत्र में हंगामा

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सदन में बजी सीटियां, फेंके गए कागज के गोले

सदन में सभी सपा नेता लाल टोपी पहनकर आए। साथ ही हंगामे के लिए कागज और सीटी दोनों ही छिपाकर लाई गई थी। सत्र की शुरुआत में राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। राज्यपाल पर विपक्ष ने कागज के टुकड़े फेंकने के साथ ही सीटियां बजाईं, ताके राज्‍यपाल की आवाज दब जाए, लेकिन राज्यपाल ने हंगामे के बीच अपना भाषण जारी रखा और पूरा किया। उनके सुरक्षा कर्मियों ने उनका बचाव किया। इस बीच विपक्ष ने प्लेकार्ड भी दिखाए और नारेबाजी की।

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विपक्ष की हरकत पूरा देश देख रहा है

राज्यपाल के अभिभाषण में राज्य सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं का जिक्र होता है। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में करीब 14 साल बाद भाजपा की सरकार बनने के साथ ही पहली बार राज्य विधानसभा की कार्यवाही का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया गया है। विपक्षी सदस्यों के रवैये को सवालिया नजरों से देखते और इशारों में आपत्ति जताते हुए नाईक ने कहा कि विपक्ष की यह हरकत पूरा देश देख रहा है।

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भाजपा की सरकार आने के बाद ये पहली बार सत्र शुरू हुआ है। आज के सत्र में जीएसटी विधयक पेश किया जाना था, लेकिन हंगामे को देखते हुए सत्र कल तक के लिए स्‍थगित कर दिया गया है। ये सत्र 22 मई तक चलेगा।

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जाने किन मुद्दों पर विपक्षियों ने किया हंगामा

बता दें कि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार को कानून-व्यवस्था की बदहाल स्थिति का आरोप लगाया साथ ही कहा कि सरकार बनने के 50 दिनों के भीतर ही उप्र में कई जगह जातीय हिंसा, सहारनपुर हिंसा के अलावा पिछले 50 दिनों के भीतर कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई, जब भाजपा के विधायक और सांसद ही कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बने हैं।

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गोरखपुर में भाजपा विधायक राधा मोहन दास द्वारा एएसपी चारू निगम को सार्वजनिक तौर पर फटकार लगाए जाने के मुद्दे पर भी विपक्षियों ने काफी हंगामा किया। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष राशिद मसूद का कहना है कि योगी सरकार के राज में माफिया राज कायम है। भाजपा के विधायक और सांसद ही कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बने हुए हैं। इन सभी मुद्दों को लेकर विपक्षियों ने योगी सरकार को घेरा।