आरयू ब्यूरो,लखनऊ। लखनऊ में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया है। नई जेल रोड के रास्ते नगराम की ओर जा रही तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर इंदिरा नहर में गिर गई। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों और स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीन लोगों को आनन-फानन सुरक्षित निकाल लिया।
इस संबंध में एडीसीपी दक्षिणी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि संगीता पत्नी राम पाल मिश्रा मूल रूप से पीलीभीत के मेनी बिलसंडा की रहने वाली थीं। संगीता अपने बच्चों, सास और चालक कुलदीप के साथ ही परिवार के गोधन और कपिल के साथ वैगनआर कार से अपने पिता गंगा प्रसाद मिश्रा के पास अचली खेड़ा नगराम जा रही थीं।
गंगा प्रसाद सुलतानपुर के राजापुर कुड़वार के रहने वाले हैं। वह यहां अचली खेड़ा में एक पूर्व आइएएस के फार्म हाउस में नौकरी करते हैं। संगीता परिवार के साथ उन्हीं से मिलने जा रही थीं। इस बीच जेल रोड से नगराम मार्ग पर उनकी तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई।
खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों और राहगीरों ने हादसा देख पुलिस को सूचना दी। घटना से मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर शमीम खान पुलिस टीम के साथ पहुंचे। स्थानीय गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने चालक कुलदीप, गोधन और कपिल को सुरक्षित निकाल लिया। हालत नाजुक देख तीनों को अस्पताल भेज दिया गया।
हादसे में कार सवार संगीता मिश्रा उनकी सास रूपा देवी, बेटी चाहत, भतीजे रूपेश समेत चार की मौत हो गई, जबकि मासूम बेटी अनन्या और बेटा रुद्र अभी भी लापता है। दोनों की खोजबीन के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के गोताखोरों का विशेष दस्ता लगाया गया है। साथ ही क्रेन की मदद से पुलिस टीम ने गाड़ी को निकाला।
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वहीं एसडीआरएफ के कमांडेंट डा. सतीश कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर सुशील कुमार के निर्देशन में एसडीआरएफ की 18 सदस्यीय टीम रेस्क्यू के लिए भेजी गई है। टीम अत्याधुनिक उपकरणों और बोट से बच्चों की खोजबीन में लग गई है। जल्द ही दोनों बच्चों को बरामद कर लिया जाएगा। टीमें रात तक लगी रहेंगी।