निर्माणाधीन काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर परिसर मे गिरी इमारत, दो लोगों की मौत, सात घायल

काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर
हादसे के बाद मौके पर मौजूद पुलिस व अन्य।

आरयू ब्यूरो,वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित निर्माणाधीन काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर परिसर में मंगलवार तड़के बड़ा हादसा हो गया है। ललिता घाट के पास दो मंजिला मकान के गिरने से मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्‍य घायल हो गए। घायल को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच की।

प्राप्त जानकारी के अनुसार काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर के लिए ललिता घाट स्थित गोयनका छात्रावास का अधिग्रहण किया गया है। सोमवार की रात कार्यदायी संस्था के मजदूर गोयनका छात्रावास के जर्जर हिस्से के नीचे सोए हुए थे। मंगलवार तड़के करीब चार बजे छात्रावास का जर्जर हिस्सा अचानक भरभरा कर गिरने से उसके मलबे के नीचे नौ मजदूर दब गए।

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चीख-पुकार सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे कॉरिडोर में तैनात पुलिसकर्मियों ने सभी को मलबे से बाहर निकाला और कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। हादसे में पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के कालिया चक निवासी अब्दुल मोमिन (25) और अमीनुल मोमिन (45) की मौत हो गई, जबकि इमरान, आरिफ मोमिन, शाहिद अख्तर, सकीउल मोमिन, हाकिम खान और आरिफ मोमिन को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वहीं मजदूर अब्दुल जब्बार के पैर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे मंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया है।

एसीपी दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि हादसे में पश्चिम बंगाल के दो मजदूरों की मौत हो गई है। जिनका शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा गया। हादसे में घायल अन्य सात मजदूरों की हालत ठीक है।

गौरतलब है कि काशी विश्वनाथ परिसर में 10 दिन के अंदर दूसरी बार जर्जर मकान गिरने की घटना घटी है। इससे पहले 23 अप्रैल को लाहौरी टोले के समीप तीन मंजिला मकान की एक कमरे की दीवार भरभरा कर गिर गई थी। तब हादसे में पांच लोग घायल हो गए थे। लगातार दूसरा हादसा होने से मौके पर जुटे लोग निर्माण कराने वाली एजेंसी पर लापरवाही का आरोप लगा रहें हैं।

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