आरयू वेब टीम।
शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली गयी तिरंगा यात्रा के दौरान उठा बवाल रविवार को भी थमता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि पुलिस व प्रशासन की टीम ने बवाल को रोकने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। इसके बाद भी रविवार की सुबह कासगंज के नदरई गेट इलाके में उपद्रवियों के दुकानों में आग लगाने से मामला एक बार फिर तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।
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वहीं दूसरी ओर बवाल में जान गंवाने वाले चंदन के परिजनों ने आज सड़क पर उतरकर चंदन को शहीद का दर्जा दिए जाने समेत अन्य मांगें उठाई हैं। घरवालें ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मौके पर बुलाने के साथ ही हत्यारों को फांसी और शहर में चंदन चौक बनाने की भी मांग की है। पुलिस प्रशासन ने मौके की नजाकत का हवाला देते हुए फिलहाल उन लोगों को शांत करा दिया है।
ड्रोन से रखी जा रही नजर, इंटरनेट सेवाएं भी बंद
मामले से जल्द निपटने के लिए प्रशासन ने इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कराने के अलावा, बवालियों को चिन्हित करते हुए उन्हें पकड़ने में लगी हुयी है। पुलिस व प्रशासन की टीम ड्रोन से भी इलाके पर नजर बनाएं हुए है। लखनऊ से भी पुलिस अधिकारियों को मौके पर स्थिति नियंत्रित करने के लिए भेजा गया है।
डीजीपी ने कहा नियंत्रण में है स्थिति
वहीं दूसरी ओर इस मामले में आज सुबह डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया से कहा कि कासगंज में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और पिछले कुछ घंटों से हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई है। पुलिस महानिदेशक ने यह भी कहा कि कासगंज हिंसा के पीछे की बड़ी वजह से फैली अफवाह है। कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है साथ ही कई और कदम उठाए गए हैं। उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा रही है और हमारी प्राथमिकता कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।
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