चौक में गुटखा एजेंसी पर बदमाशों का धावा, कर्मचारी की हत्‍या कर लूटे लाखों, घिरने पर फायरिंग कर हुए फरार

कमचारी की हत्या कर लूट
लूट व हत्या के बाद मौके पर जुटी भीड़ व तैनात फोर्स।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ पुलिस के इकबाल को चुनौती देते हुए गुरुवार को चौक इलाके में गुटखा व्‍यापारी की एजेंसी पर बदमाशों ने धावा बोल दिया। बदमाश लूट का विरोध करने पर एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्‍या कर नोटों से भरा बैग लेकर भाग निकले। इस दौरान मौके पर भीड़ से खुद को घिरता देख लुटेरों ने कई राउंड फायरिंग भी की। दिनदहाड़े हत्‍या कर लूट की इस वारदात से इलाके में दहशत व्‍याप्‍त है। वहीं जानकारी पाकर मौके पर पुलिस कमिश्‍नर सुजीत कुमार पांडेय समेत अन्‍य अधिकारियों ने पहुंचकर छानबीन की।

बताया जा रहा है कि नाका के तिलक नगर निवासी समीर अग्रवाल की चौक के नेहरु क्रास इलाके में कमला पसंद गुटखा की एजेंसी है। एजेंसी में 45 वर्षीय सुभाष बतौर कर्मचारी के तौर पर काम करता था। आज दोपहर करीब पौने दो बजे सुभाष व अन्‍य लोग एजेंसी में मौजूद थे, तभी दो मोटरसाइकिलों पर असलहे से लैस चार नकाबपोश बदमाश एजेंसी पहुंचें। सुभाष कुछ समझ पाता इससे पहले ही एक बदमाश वहां रखा रुपए से भरा बैग लेकर जाने लगा। जिसका सुभाष ने विरोध किया तो दूसरे बदमाश ने सुभाष को ताबड़तोड़ तीन गोलियां मार दी, जिससे सुभाष वहीं गिर पड़ा।

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दूसरी ओर फायरिंग की आवाज सुन मौके पर जुटे आसपास के लोगों ने बदमाशों को पकड़ना चाहा तो, बदमाश फिल्‍मी अंदाजा में फायरिंग करते हुए रुपयों से भरा बैग लेकर शास्‍त्री नगर की ओर भाग निकले। लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को देने के साथ ही गोलियां लगने से घायल सुभाष को ट्रॉमा सेंटर पहुंचया। जहां उसकी मौत हो गयी।

कमिश्‍नर प्रणाली को चुनौती देने वाली इस सनसनीखेज वारदात का पता चलते ही पुलिस कमिश्‍नर सुजीत कुमार पांडेय, जेसीपी क्राइम, जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर, डीसीपी पश्चिम, डीसीपी क्राइम, एडीसीपी पश्चिम, एसीपी चौक व इंस्‍पेक्‍टर चौक के अलावा आसपास के थानों की पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने भी पहुंचकर छानबीन शुरू की।

पुलिस की शुरूआती तफ्तीश में सामने आया है कि दो बदमाश हेलमेट लगाए थे, जबकि दो अन्‍य ने अपना चेहरा  कपड़े से बांधा था। वहीं बदमाशों ने जिस सधे अंदाजा में पूरी घटना को अंजाम दिया है उससे पुलिस अंदाजा लगा रही है कि घटना के पीछे व्‍यापारी से ही जुड़े किसी व्‍यक्ति की भी भूमिका हो सकती है। फिलहाल पुलिस आसपास के इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के साथ ही प्रत्‍यक्षदर्शियों द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर बदमाशों को चिन्हित करने की कोशिश करने के साथ ही कर्मचारी सुभाष के शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

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चौक इंस्‍पेक्‍टर के अनुसार गुरुवार रात करीब नौ बजे तक एजेंसी मालिक ने यह नहीं बताया था कि लूटे गए बैग में कुल कितना कैश था। वहीं आसपास के लोगों का कहना था कि समीर अग्रवाल की गिनती बड़े व्‍यापारियों में शुमार है। उनके यहां रोज की बिक्री ही लाखों रुपए में होती है। अंदाजा है कि खूनी लुटेरों के हाथ पांच से दस लाख रुपए लगे होंगे।