आरयू वेब टीम। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार को बचाने की कवायद जोरों पर है, लेकिन सोमवार को सरकार पर संकट और गहरा गया है। कर्नाटक के मंत्री और निर्दलीय विधायक नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद कर्नाटक सरकार में शामिल सभी कांग्रेस के मंत्रियों ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इनकी संख्या 21 है। कर्नाटक कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सिद्धारमैया ने दी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस के सभी 21 मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, जेडी(एस) के भी सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। अब कैबिनेट का पुनर्गठन होगा।
पूरे मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति को लेकर मेरे मन में कोई घबराहट नहीं है। मैं राजनीति के बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। इससे पहले निर्दलीय विधायक नागेश ने राजभवन जाकर राज्यपाल वजूभाई वाला को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा। अपने इस्तीफे में नागेश ने लिखा है, ‘मैं कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेता हूं। भविष्य में अगर बीजेपी की ओर से ऑफर मिलता है तो मैं बीजेपी सरकार को सपोर्ट करने को तैयार हूं’। इस्तीफा देने के बाद नागेश विशेष विमान से मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं।
इससे पहले कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने कहा कि प्रदेश में सभी कांग्रेस के मंत्री देंगे इस्तीफा देंगे। वहीं निर्दलीय विधायक नागेश ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है। पिछले 48 घंटों से राज्य में जारी सियासी संकट के बीच के कांग्रेस और जेडीएस सरकार बचाने की कोशिशों में लगी है। बता दें कि इस्तीफा दे चुके कांग्रेस-जेडीएस के असंतुष्ट विधायक मुंबई में ही मौजूद हैं। उन्हें वहां एक होटल में ठहराया गया है।
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कर्नाटक में जारी राजनीतिक घमासान के बीच निर्दलीय विधायक एच नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले भी कांग्रेस और जेडीएस के 12 विधायक अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। अब जेडीएस नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के अलावा कांग्रेस विधायक नेता सिद्धारमैया के सामने सरकार बचाने की चुनौती है। राज्य में सरकार बनाने और बचाने के लिए भाजपा और जेडीएस में बैठकों का दौर लगातार जारी है।
इससे पहले कांग्रेस विधायक सोमशेखर ने कहा कि हम सभी (13) विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और गवर्नर को इसकी सूचना दे दी है। हम सब एक साथ हैं। बेंगलुरु वापस जाने और अपना इस्तीफा वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है। कर्नाटक में हालात को संभालने के लिए मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी भी अमेरिका से स्वदेश लौट आए हैं। सोमवार को कुमारस्वामी ने कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक रामलिंगा रेड्डी से बेंगलुरु में किसी गुप्त स्थान पर मुलाकात की।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने बताया कि वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम और नतीजों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस पार्टी के सभी मंत्रियों को नाश्ते की बैठक पर बुलाया गया है। हम जानते हैं कि बीजेपी क्या करना चाह रही है। अगर जरूरत पड़ी तो हम सभी इस्तीफा दे सकते हैं और फिर विधायकों को समायोजित कर सकते हैं। नाश्ते पर कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डीके शिवकुमार के साथ सभी मंत्री पहुंचे।
इस सियासी संकट के बीच सोमवार का दिन कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। दोनों पार्टियां लगातार नाराज विधायकों से बात करके उन्हें मनाकर वापस लाने की कोशिश कर रही हैं। इस बीच कर्नाटक सरकार के मंत्री रहमान खान सोमवार को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर कुछ मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने अपने आवास पर कांग्रेस के सभी मंत्रियों को चर्चा के लिए बुलाया है। उम्मीद है कि इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
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वहीं विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने कहा, ‘मुझे मेरे निजी सचिव से पता चला है कि 11 विधायकों ने मेरे कार्यालय में त्याग-पत्र दे दिए हैं। उन्हें उसकी पावती दे दी गई। मैं उन्हें मंगलवार (9 जुलाई) को देखूंगा क्योंकि सोमवार को मैं छुट्टी पर हूं’। वहीं बेंगलुरु में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और केसी वेणुगोपाल कांग्रेस के नाराज विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं।