जांच के लिए CM आवास पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम, केजरीवाल ने उठाया ये सवाल

केजरीवाल का घर

आरयू वेब टीम। 

दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। विवाद की जांच करने के लिए आज एडिशनल डीसीपी हरिंदर सिंह की अगुवाई में दिल्ली पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची। वहीं पुलिस की इस कार्रवाई पर केजरीवाल ने सोशल मीडिया के माध्‍यम से तंज कसते हुए गंभीर सवाल भी उठाएं हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा कि दो थप्पड़ के आरोप की जांच के लिए मुख्‍यमंत्री के पूरे घर की तलाशी। जज लोया के क़त्ल पर पूछताछ तो बनती है। नहीं?। दूसरी ओर मुख्यमंत्री कार्यालय ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस बिना किसी सूचना के सीएम के घर पहुंची। जांच के दौरान सीएम के स्टाफ को बाहर कर दिया गया।

वहीं इस मामले में नया मोड़ तब आ गया जब मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने मारपीट को लेकर बयान दिया। इसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दिया। पुलिस ने केजरीवाल के घर से सीसीटीवी डीवीआर सीज की है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार मामले में जहां बैठक में मौजूद रहे सभी विधायकों को पूछताछ के लिए तलब किया जा सकता है, वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ हो सकती है।

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इस मामले में आम आदमी प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि केंद्र सरकार हमें चाहे जितना डराने की कोशिश करे, हम डरने वाले नहीं हैं। केंद्र हमारी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। क्‍योंकि केंद्र सरकार घबराई हुई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ये कार्रवाई कर रही है।

जांच के बाद डीसीपी ने मीडिया को बताए तथ्‍य

एडिश्‍नल डीसीपी नॉर्थ दिल्ली हरिंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि हमने घटना के अगले दिन ही कैमरों की रिकॉर्डिंग मांगी थी, लेकिन नहीं दी गई। इसलिए यहां आना पड़ा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बाहर 21 कमरे हैं, ड्राइंग रुम और कॉरिडोर में सीसीटीवी हैं, जिनमें से 14 कैमरों में रिकॉर्डिंग हो रही थी। बाकी 7 कैमरों में रिकॉर्डिंग नहीं हो रही थी। इसकी जांच फॉरंसिक टीम देखेगी कि आखिर ये कैमरे क्यों काम नहीं कर रहे थे। या कहीं जानबूझकर तो ऐसा नहीं किया गया। क्या कोई टैम्परिंग हुई है

वहीं जानकारी न देने के सवाल पर जवाब देते हुए पुलिस ने कहना है कि हमने सीएम ऑफिस को आने की सूचना पहले ही दी थी। पुलिस ने आज कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी हार्ड डिस्क सीज किया है। पुलिस ने ये भी दावा किया कि सभी कैमरे 40 मिनट 42 सेकेंड पीछे चल रहे हैं। इसकी भी जांच होगी क्या टाइम जानबूझकर गलत किया गया है। इस पूरे मामले की जांच साइंटिफिक तरीके से होगी।

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