आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पीपली (कुरूक्षेत्र) में किसान विरोधी अध्यादेश का विरोध कर रहे किसानों पर किये गये पुलिसिया लाठीचार्ज की गुरुवार को राष्ट्रीय लोकदल ने घोर निंदा की है। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कें भाजपा सरकार किसान विरोधी अध्यादेश लाकर किसानों का जबरन शोषण करने पर अमादा है, जिसका विरोध दर्ज करा रहे किसानों पर सरकार के इशारे पर प्रशासन द्वारा बर्बर लाठीचार्ज किया गया जो कि बेहद शर्मनाक है। सरकार का यह कृत्य किसान विरोधी चेहरे को उजागर करने वाला है।
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि किसानों का शोषण करने लिए केंद्र सरकार तीन किसान विरोधी अध्यादेश लायी है, जिसमें कोई भी पैनकार्ड धारी किसानों की फसल खरीद सकेगा और अगर पैसो के लेन देन का विवाद होगा तो एसडीएम सुनवाई करेगा और अपील आदि भी डीएम व संयुक्त सचिव स्तर अर्थात सरकारी नियंत्रण के अधिकारियों द्वारा ही होगी, किसान सिविल कोर्ट में नहीं जा सकेंगे।
मंडियों को खत्म करना चाहती है सरकार
इन अध्यादेशों के माध्यम से सरकार मडियों को खत्म करना चाहती है, जिससे किसानों को सरकार द्वारा न्यूनतम निर्धारित मूल्य भी नहीं मिल पायेगा। व्यापारी मनमर्जी तरीके से किसानों के साथ लूट करेंगे। उन्होंने कहा कि इन अध्यादेशों के द्वारा कालाबाजारी को बढावा मिलेगा और किसानों को एमएसपी का रेट भी नहीं मिल पायेगा। इन अधिनियमों के जरिये किसान खुद अपनी ही जमीन पर नौकर जैसे बन जायेंगे और पूंजीपति मनमानी करेंगे।
अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायेगी राष्ट्रीय लोकदल
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के तीनों ही अध्यादेश किसान विरोधी है इनके माध्यम से सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों के साथ है उनके पर किये गये अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायेगी। किसी भी कीमत पर किसानों के साथ हो रहे अन्याय को राष्ट्रीय लोकदल बर्दाश्त नहीं करेगी और किसानों की हर लड़ाई में उनके साथ खड़ी है।