आरयू संवाददाता,
सीतापुर। सूबे की राजधानी लखनऊ के पड़ोसी जिले में आदमखोर कुत्तों के आतंक के सामने प्रशासन बौना नजर आ रहा है। दो दिन पहले खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सीतापुर का दौरा करने और अधिकारियों को निर्देश देने के बाद आज एक बार फिर कुत्तों ने दस वर्षीय बच्ची को नोंच-नोचकर मार डाला। हाल के दिनों में अपने 12 मासूमों को आदमखोर कुत्तों और प्रशासन की नाकामी के चलते खोने वाले ग्रामीणों को आज इसका पता चला तो वह भड़क उठे।
बताया जा रहा है कि खैराबाद थाना क्षेत्र के महेशपुर गांव के निवासी छंगा की दस वर्षीय पुत्री रीना खेत में गेहूं की बालियां बिनने गांव की ही अन्य बच्चियों के साथ गई थी। इसी बीच बच्चियों पर करीब आधा दर्जन कुत्तों ने हमला कर दिया। तीन मासूम तो मौके से भागने में कामयाब रहीं, लेकिन कुत्तों ने रीना को घेरकर नोचना शुरू कर दिया।
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वहीं दूसरी ओर कुत्तों के हमले से बची मासूमों ने रीना को कुत्तों के बीच घिरा होने की बात गांव में पहुंचकर बतायी तो हड़कंप मच गया। लाठी-डंडे से लैस ग्रामीण भागते हुए मौके पर पहुंचे तो उन्हें रीना की रक्तरंजित लाश मिली। उसके सिर से लेकर पैर तक कुत्तों के दांत और नाखून से किए गए सैकड़ों जख्म के निशान थे। पास में ही खून भी मिट्टी पर पड़ा था।
मासूम की दर्दनाक मौत के बाद लाश देखते ही ग्रामीण बेकाबू हो गए। गांववालें शव को उठाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला मुख्यायलय के लिए निकल पड़े। वहीं घटना की जानकारी लगने पर पुलिस व प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर गांववालों को काफी मशक्कत के बाद शांत कराया।
परिजनों में मचा कोहराम, ग्रामीणों ने कहा निकम्मा है सरकारी तंत्र
वहीं दूसरी ओर रीना की मौत के बाद उसके परिजनों में कोहराम मच गया। घरवालों का जहां रो-रोकर बुरा हाल था। ग्रामीण भी इस दर्दनाक घटना से काफी गमगीन नजर आएं। इस दौरान गांववालों ने सीतापुर पुलिस व प्रशासनिक अमले पर भी गुस्सा निकाला। गांववालों का कहना था कि वह लगातार अपने कलेजे के टुकड़ों को खोते जा रहे है, वहीं पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से निकम्मा हो गया है।
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बताते चलें कि सीतापुर में आदमखोर कुत्तों का आतंक हैं। जिसे समाप्त करने में फिलहाल पुलिस-प्रशासन फेल नजर आ रहा है। हालात तब ऐसे है, जब सपा समेत दूसरे विरोधी दल इसको लेकर सीधे योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहें हैं। हाल में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तो यहां तक कह दिया कि एनकाउंटर करने वाली सरकार मासूमों की जान कुत्तों से भी नहीं बचा पा रही है। वहीं सीएम भी इस मामले को लेकर खुद सीतापुर का दौरा करने के साथ ही मुआवजे का ऐलान और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे चुके हैं।