आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। रविवार को हुई यूपीटीईटी 2018 की परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आने के बाद अब पेपर लीक होने की आशंका भी लग रही है। सॉल्वर गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद रविवार की शाम यूपी एसटीएफ ने खुलासा किया है कि उसने मुखबिर की सूचना पर बिजनौर से एक युवक को पकड़ा है, जो परीक्षार्थियों को एक-एक लाख रुपए में यूपीटीईटी 2018 के बताकर प्रश्न पत्र बेच रहा था। युवक के पकड़े जाने के बाद पेपर के लीक होने की आशंका जतायी जा रही है।
एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वान्ह में बिजनौर के शेरकोर्ट स्थित सरस्वती दुर्गा महाविद्यालय के पास पेपर बेचते पकड़े गए राकेश सिंह के पास से एसटीएफ ने यूपीटीईटी 2018 के प्रश्न पत्र के 22 पेज के अलावा एक लाख रुपए नकद, यूपीटीईटी 2018 का आनलाइन आवेदन पत्र के प्रिंट का तीन पेज, यूपीटीईटी के रजिस्ट्रेशन का विवरण, आधार कार्ड व दो मोबाइल फोन बरामद किया है। हालांकि एसटीएफ का दावा है कि राकेश के पास से बरामद प्रश्न पत्र उसने खुद से तैयार किए थे।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने मीडिया को बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि यूपीटीईटी के फर्जी पेपर तैयार करने के बाद परीक्षार्थियों से एक-एक लाख रुपए वसूलकर परीक्षा के पहले अभ्यर्थियों को बेचने वाले सक्रिय हैं।
इस सूचना को विकसित करते हुए एसटीएफ मेरठ की टीम ने मुरादाबाद के ठाकुरद्वार स्थित नारायनपुर गांव निवासी राकेश सिंह को आज मुखबिर की निशानदेही पर बिजनौर के सरस्वती दुर्गा महाविद्यालय के पास से फर्जी पेपर बेचते हुए गिरफ्तार किया है।
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एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार राकेश सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह परीक्षाओं के फर्जी पेपर तैयार कर मोटी रकम लेकर परीक्षार्थियों को बेचता है। आज आयोजित हुई यूपीटीईटी की परीक्षा का फर्जी प्रश्न पत्र तैयार कर परीक्षार्थी को एक लाख रुपए में बेचा था। जबकि कुछ अभ्यार्थियों को पेपर लाख रुपये में बेचने के लिए सरस्वती दुर्गा महाविद्यालय के पास बुलाया था, तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अब राकेश के खिलाफ शेरकोट थाने में पुलिस संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्यवाही कर रही है।