आरोग्‍य योजना का लाभ गरीबों तक पहुंचाना चिकित्‍सा क्षेत्र से जुड़े लोगों की जिम्‍मेदारी: राज्‍यपाल

रेडियोग्राफर्स एण्ड टेक्नोलॉजिस्ट
स्मारिका का विमोचन करते राज्यपाल साथ में प्रो. एमएलबी भट्ट व डॉ. दीपक मालवीय।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। सम्मेलन का उपयोग ज्ञान व विशेषज्ञता बढ़ाने के लिए करने के साथ ही अपने व्यवसाय से जुड़ी जानकारी को रोगी हित में निरंतर बढ़ाते रहें। ये बातें शनिवार को यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने केजीएमयू के साइन्टफिक सेंटर में इण्डियन सोसाइटी ऑफ रेडियोग्राफर्स एण्ड टेक्नोलॉजिस्ट के पांचवे राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कही।

राज्‍यपाल ने आगे कहा कि नए उपकरणों की सही जानकारी होना तथा सही रिपोर्ट निकालने में रेडियोग्राफर्स एवं टेक्नोलॉजिस्ट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्‍टर रोगी का सही इलाज करते है। साथ ही रेडियोलॉजी से होने वाले गंभीर असर की जानकारी होना भी आवश्यक है।

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चिकित्‍सा के क्षेत्र में आज की चुनौतियों की बात करते हुए राम नाईक बोलें कि देश की आजादी के बाद हर क्षेत्र में काफी प्रगति हुई। तरक्की के बाद समस्याओं का अब भी अंबार है। गरीबों को आधुनिक आरोग्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। धन के अभाव में रोगी तथा उसके परिजनों को अपनी संपत्ति बेचनी न पड़े या साहूकारों से कर्ज न लेना पड़े, ऐसे परिवारों के दुख को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विगत माह में ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ का शुभारंभ किया। अब चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों की यह जिम्मेदारी है कि इस योजना का लाभ गरीबों तक पहुंचाने में योगदान करें।

सेवा के विकास के लिए कौशल विकास एवं प्रशिक्षण है जरूरी: वीसी केजीएमयू

वहीं केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने कहा कि रेडियोग्राफर्स एवं टेक्नोलॉजिस्ट की सेवाएं महत्वपूर्ण हैं। इस सेवा के विकास के लिए कौशल विकास एवं प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूरी लगन से किया गया कार्य उच्च कोटि का परिणाम देता है।

इस मौके पर राज्‍यपाल ने रेडियोलॉजी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉ. धनंजय कुमार सिंह, विनोद सिंह, पंकज सिंह, रजनीश श्रीवास्तव, विवेक राय व अन्य लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने रेडियोलॉजी से जुड़े लोगों की व्यवसायिक कठिनाई पर आश्‍वासन देते हुए कहा कि राजभवन के दरवाजे खुले हैं, जो भी समस्या होगी, यदि उनको कोई प्रत्यावेदन मिलेगा तो आवश्यकतानुसार मोदी और योगी सरकार से विचार करेंगे। कार्यक्रम में अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। राज्यपाल ने इस मौक पर स्मारिका का विमोचन भी किया।

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सम्मेलन में डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. दीपक मालवीय, सोसाइटी के अध्यक्ष ए. सेलवा कुमार, लखनऊ एकेडमी क्लब के अध्यक्ष डॉ. धनंजय कुमार सिंह सहित अन्य चिकित्सक, विशेषज्ञ व रेडियोग्राफी के टेक्निकल स्टॉफ मौजूद रहें।