आरयू वेब टीम। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा को सोमवार को अहम जिम्मेदारी दी। टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने मोइत्रा को पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर (नदिया उत्तर) का प्रेसिडेंट नियुक्त किया है।
टीएमसी ने महुआ मोइत्रा को ऐसे समय में ये जिम्मेदारी दी है, जब वो लोकसभा में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों से घिरी हुई हैं। पिछले दिनों ही लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की थी।
मोइत्रा ने इसको लेकर ममता बनर्जी का धन्यवाद किया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”मुझे कृष्णानगर जिले का प्रेसिडेंट नियुक्त करने पर ममता बनर्जी और टीएमसी का थैंक्यू। कृष्णानगर के लोगों के लिए पार्टी के साथ हमेशा काम करूंगी।” टीएमसी ने संगठन में ये फेरबदल ऐसे समय में किया है जब अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी तैयारी में जुटी है।
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गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे। दुबे ने महुआ के एक्स पार्टनर और वकील जय अनंत देहद्राई की लिखी चिट्ठी को आधार बनाकर ये आरोप लगाए थे। जांच में एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा के अपराध को गंभीर माना है।
सूत्रों के मुताबिक, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है। मोइत्रा के खिलाफ इस रिपोर्ट को कमेटी ने गुरुवार की मीटिंग में मंजूरी दी थी। इस रिपोर्ट के समर्थन में छह और विरोध में चार सांसदों ने वोट किए थे।