आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अयोध्या, लखनऊ व वाराणसी में निर्माणाधीन सड़क व पुलों की परियोजनाओं पर विशेष रूप से फोकस किया जाय। जहां अतिक्रमण की समस्या हो, वहां स्थानीय प्रशासन से सहयोग लेकर उसे हटवाएं। ये निर्देश डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने उत्तर प्रदेश में निर्माणाधीन, पुलों, आरओबी व फ्लाईओवर की प्रगति समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए।
राजधानी लखनऊ में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सेतु, आरओबी व फ्लाईओवर के निर्माण निर्धारित मानकों के अनुरूप के साथ ही तय समय सीमा के अंदर पूरे हो जाने चाहिए। साथ ही फ्लाईओवर व बाईपास बनाने के कामों में खर्च होने वाली धनराशि व स्थानीय आवश्यकताओं को देखते हुए यह भी सुनिश्चित करें कि किस काम में धनराशि कम खर्च होगी और जिसमें कम धनराशि खर्च हो, वही काम कराने का प्लान बनाएं। यदि फ्लाई ओवर बनाने में ज्यादा धनराशि व्यय होनी हो, तो स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बाईपास/अण्डरपास बनाने पर विचार करें। इसके अलावा परियोजनाएं अगले 20 सालों की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनाई जाए।
केशव मौर्या ने निर्देश देते हुए आगे कहा कि रेलवे द्वारा कराये जा रहे कामों को देखते हुए उनके साथ अधिकारी हर महीने बैठक करें जिससे कि कोई समस्या भविष्य में न होने पाए। प्रदूषण की समस्या पर निर्देश देते हुए उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जहां भी काम हो रहे हैं वहां पर्यावरण प्रदूषण न होने पाए इसके लिए उपाय जरूर से किए जाए।
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इस दौरान मौजूद सेतु निगम के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजरों को निर्देश देते हुए केशव मौर्या ने कहा कि प्रतिदिन सुबह आठ बजे से रात 12 बजे तक दो शिफ्टें बनायी जाय और यह भी ध्यान रखें कि पहली शिफ्ट में काम करने वाले लोग दूसरी में न रहें।
उप मुख्यमंत्री ने कहा विभागीय अधिकारी ध्यान दें कि आरओबी व फ्लाईओवर की जमीन पर अतिक्रमण न हो और उस जमीन का सदुपयोग करने के लिए पहले से ही प्लान बनायें। केशव मौर्या ने निर्देश दिये कि जहां जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता हो, स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेकर अधिग्रहण की कार्यवाही जल्द से जल्द पूरी कराएं। निर्माण कार्यों से जाम की समस्या न हो, इसके लिए पहले से वैकल्पिक व्यवस्था किया जाना सुनिश्चित किया जाय।
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव लोनिवि नितिन रमेश गोकर्ण व सचिव रंजन कुमार ने भी निर्माण कार्यों में पारदर्शिता लाने व कार्यों को तीव्र गति से पूरा कराने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के संबंध में आज महत्वपूर्ण दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए।
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बैठक में प्रबंध निदेशक यूपी सेतु निगम पीके कटियार ने बताया कि यूपी में इस समय 211 सेतु निर्माणाधीन हैं, जिसमें 128 सेतु मार्च 2020 तक पूरा कराने का लक्ष्य है और दस पूर्ण हो गये हैं, जबकि दो सेतु इसी महीने पूरे हो जाएंगें।
इस दौरान पीके कटियार ने दावा किया कि सेतु निगम अपने सुदृढ़, सुव्यवस्थित व सुनियोजित कामों के लिए देश व दुनिया में जाना जाता है। अभी तक सेतु निगम के नाम साल भर में 1892 करोड़ रुपये का काम कराने का रिकार्ड रहा है और उनकी कोशिश है कि इस साल 22 सौ करोड़ से अधिक धनराशि के काम पूरे कराएं जाएं।
बैठक में प्रमुख सचिव लोनिवि नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लोक निर्माण विभाग रंजन कुमार, लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष रमेश चंद्र बरनवाल, मुख्य अभियन्ता (मु-1) संजय गोयल के आलावा सेतु निगम के विभिन्न मंडलों के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजरों के अलावा तमाम अधिकारी मौजूद रहें।