आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना काल के दौरान सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के सामने पहला आम बजट पेश किया है। केंद्र के इस बजट पर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही सवाल किया है कि क्या केंद्र सरकार का ये बजट देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की राष्ट्रीय समस्या को दूर कर पाएगा?
मायावती ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक के बाद एक दो ट्वीट कर कहा कि संसद में आज पेश केंद्र सरकार का बजट पहले मंदी व वर्तमान में कोरोना प्रकोप से पीड़ित देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने तथा यहां की गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की राष्ट्रीय समस्या को क्या दूर कर पाएगा? इन्हीं आधार पर सरकार के कार्यकलापों व इस बजट को भी आंका जाएगा
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वहीं अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि देश के करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केंद्र व राज्य सरकारों के अनेक प्रकार के लुभावने वादे, खोखले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है तथा उनका जीवन लगातार त्रस्त है। सरकार अपने वादों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह बेहतर होगा।
गौरतलब है कि लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज साल 2021-22 का बजट पेश किया। कोरोना काल में देश को वित्त मंत्री से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन मोटे तौर पर आम आदमी को बजट से निराशा ही हाथ लगी है। टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। स्वास्थ्य पर बजट बढ़ाया गया है, इसके साथ ही वैक्सीन के लिए वित्त मंत्री 35 हजार करोड़ के बजट का एलान किया। बजट के बाद सरकार के तमाम मंत्री जहां वित्त मंत्री की पीठ थपथपा रहे हैं, तो वहीं विपक्ष सरकार पर हमलावर है। विपक्ष सरकार पर सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप लगा रहा है।