आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो ने आज प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर ही सवाल उठाते हुए नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। मायावती ने सीधे तौर पर कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को भी कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बरदाश नहीं की जाएगी। उसके बाद भी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा की बीजेपी सरकार की संलिप्तता व संरक्षण की वजह से हरियाणा वैसे हिंसा की आग में जल उठा जैसे 2002 में गुजरात में हिंसा हुई थी। वहीं रविवार को अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ की बात में प्रधानमंत्री ने एक बार फिर कहा है कि आस्था के नाम पर हिंसा बरदाशत नहीं की जाएगी।
यह भी पढ़ें- मायावती ने बाबरी विध्वंस से की हरियाणा के बवाल की तुलना, उठाएं सवाल
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ में अगर थोड़ी भी सच्चाई व ईमानदारी है तो पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की इस सम्बंध में सख्त कानूनी व संवैधानिक रूख को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को जरुर बर्खास्त कर देना चाहिए।
यह भी पढ़ें- ‘मन की बात’ की बात में बोले मोदी, संप्रदाय, धर्म, आस्था या व्यक्ति के नाम पर हिंसा की इजाजत नहीं
मायावती ने अपने एक बयान में कहा कि सही तो यह होता कि हरियाणा के मुख्यमंत्री को अब तक पद से हटा दिया जाता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है, जो यह साबित करता है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व केवल उपदेश देने व बड़ी-बड़ी बातें करने तक ही सीमित है, जमीनी कार्रवाई करने में जीरो है। यही वजह है कि पुराने अनुभवों को देखते हुए प्रधानमंत्री के ताजा बयान पर भी अनेक सवालिया निशान लग गए हैं।
यह भी पढ़ें- राम रहीम दोषी करार, समर्थकों ने किया बवाल, 30 की मौत
कानून व संविधान के ऊपर है यह सोचना छोड़ दें बीजेपी के नेता
मायावती ने भाजपा अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को अपने उस अहंकारी स्वभाव को बदलना होगा जिसमें उन्हें लगता है कि वह कानून व संविधान से ऊपर है और जो वह सोचते है वही देशभक्ति है। भाजपा की इस सोच से देश का अब तक काफी नुकसान हो चुका है और यह हानि लगातार बढ़ती जा रही है।
यह भी पढ़ें- खट्टर सरकार को हाईकोर्ट की फटकार, राजनीतिक फायदे के लिए राज्य जलने दिया